नई दिल्लीः पिछले करीब हफ्ते भर से केरल की राजनीति में चौंकना और चकाचौंध होना जा रही है. इस झिलमिल हलचल के पीछे नेपथ्य (Back Stage) में है 30 किलो सोना और एक स्वर्ण सुंदरी. स्वर्ण सुंदरी इसलिए, क्योंकि जिस भारी-भरकम सोने की तस्करी की गई है, उसकी मास्टरमाइंड है एक IT एक्सपर्ट स्वप्ना सुरेश. केरल की राजनीति में भूचाल इसलिए मचा है कि स्वप्ना पहले इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में सलाहकार के पद पर रह चुकी थीं.
अब पूरी कहानी विस्तार से
हुआ यूं कि कस्टम अफसरों को कहीं से बड़ी और पुख्ता टिप मिली थी. जानकारी में था कि तिरुवनंतपुरम के इंटरनैशनल हवाई अड्डे पर सोना पहुंचने वाला है, वह भी तस्करी का. कस्टम अपनी पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद हो गया. सोना पकड़ने और उसके शातिर को दबोचने की पूरी तैयारी होने लगी.
3 जुलाई को पकड़ा सोना
इंतजार खत्म हुआ. 3 जुलाई को एक कार्गो फ्लाइट से एक बड़ा पैकेट बरामद किया. इसे संदिग्ध मानकर जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया. अब यहीं सियासत और सांसत की परतें खुरचने लगी. पहले ही स्टेप ने अफसरों के होश फाख्ता कर दिए. हुआ ऐसा कि इस पैकेट पर जो एड्रस था वह इस बात की गवाही दे रहा था कि पैकेट डिप्लोमेसी से जुड़ा है.
यूएई के वाणिज्य दूतावास का पता
दरअसल अधिकारी इसलिए चौंक गए थे कि पार्सल पर जो पता लिखा था वह वाणिज्य दूतावास का था. यह पैकेट तिरुवनंतपुरम के मनाकाड स्थिति यूएई दूतावास को डिलिवर होना था. इसमें बाथरूम फिटिंग्स थी. अब अफसरों को प्रोटोकॉल फॉलो करना था.
क्योंकि विएना समझौते के तहत विश्वभर में डिप्लोमेट्स को कुछ खास सहूलियतें दी जाती हैं. इस समझौते के तहत डिप्लोमैट के पर्सनल पैकेज की जांच भी बिना सीनियर अधिकारी की अनुमति और दूतावास के प्रतिनिधि की मौजूदगी के बिना नहीं की जा सकती.
Kerala gold smuggling case: Accused Swapna Suresh and Sandeep Nair (both in middle) detained by National Investigation Agency from Bengaluru, Karnataka yesterday. pic.twitter.com/0A5tZaAiGG
— ANI (@ANI) July 12, 2020
मिला 13 करोड़ का सोना
इसके बाद वाणिज्य दूतावास के प्रतिनिधि को बुलाया गया. एक सरीथ नाम का शख्स कस्टम के पास पहुंचा और पैकेट लेने की प्रक्रिया पूरी करने को कहा. इस दौरान सरीथ का पूरा दबाव था कि इस पार्सल की जांच न हो,
लेकिन पैकेट खोला गया तो सोने से आंखें चौंधिया गईं. अंदर 30 किलो सोना था, जिसकी मार्केट वैल्यू 13 करोड़ लगभग है.
ऐसे आया केरल की राजनीति में भूचाल
सरीथ हिरासती हुआ और फिर पूछताछ का दौर शुरू हो गया. उसी ने इस दौरान स्वप्ना सुरेश यानी उसी स्वर्ण सुंदरी का नाम नाम लिया जिसका जिक्र ऊपर किया जा चुका है. सरीथ का परिचय यह कि वह खुद भी वाणिज्यिक दूतावास में पब्लिक रिलेशन एजवाइजर है.
स्वप्ना की खोजबीन शुरू हुई तो वह फरार हो गई. लेकिन केरल की राजनीति में भूचाल आ गया.
सचिव को पद से हटाया
विपक्ष लगातार हमलावर कि केरल सरकार स्वप्ना और उसके साथियों को बचा रही है. राजनीतिक संरक्षण का आरोप इसलिए सरल हुआ कि स्वप्ना इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में सलाहकार के पद पर रह चुकी थी और सीनियर अधिकारी एम. शिवशंकर की करीबी बताई गई.
\विपक्ष का यह भी आरोप है कि स्वपना के खिलाफ पुलिस केस चल रहे हैं, उसके बावजूद कैसे उसे सरकारी नौकरी पर रख लिया गया. केरल सरकार की ओर से विवादित सचिव शिवशंकर को पद से हटा दिया गया.
शनिवार को हुई गिरफ्तारी
केरल के कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने मामले की सीबीआई जांच (CBI Enquiry) की मांग की थी.केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के मामले में एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) की जांच के आदेश दे.
अब NIA ने स्वप्ना उसके सहयोगी संदीप और दो अन्य को शनिवार को गिरफ्तार किया है.
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