नई दिल्ली: जिहादी आतंकियों ने कोरोना के कहर पर ख़ुशी जाहिर की है. खासकर चीन, अमेरिका और भारत पर फ़ैल रहे कोरोना संक्रमण पर उन्होंने कहा कि मूर्तिपूजा करने वाले देशों को खुदा का दिया जवाब है कोरोना वायरस के रूप में.
अलनाबा पब्लिकेशन के लेख में बताया
दुनिया के सबसे बड़े जिहादी आतंकियों ने अपना एक पब्लिकेशन भी खोल रखा है. आईएसआईएस के आतंकियों ने अल-नबा पब्लिकेशन में कोरोना वायरस को लेकर एक लेख प्रकाशित किया है और इसमें ही उन्होंने जिहादी मानसिकता के दुनिया भर में फैले हुए अपने दूसरे भाइयों के लिए सन्देश देते हुए लिखा है कि काफिर और मूर्तिपूजा करने वाले देशों को खुदा के दिए हुए जवाब का नाम है कोरोना वायरस.
और कहर बरपाने की दुआ की
जिहादी आतंकियों की कबीलाई मानसिकता का ही ये बड़ा मुजाहिरा है कि ये चाहते हैं कि कोरोना का कहर दुनिया में और बढ़ता चला जाए. इस्लामिक स्टेट के के मंच से लिखे गए इस लेख में जिहादियों ने कहा कि वे खुदा से दुआ करते हैं कि वो काफिर और खुदा में भरोसा नहीं करने वाले देशों पर कोरोना वायरस का कहर और अधिक बढ़ाएं..
''मौक़ा है कि दुश्मन नेस्तोनाबूद हों''
दरअसल इस जिहादी आतंकी गिरोह को अमरीका, यूरोप, चीन और भारत दुश्मन नज़र आते हैं क्योंकि यहां अल्ला की पूजा नहीं होती. इसलिए इस्लामिक स्टेट ने कोरोना वायरस को लेकर ऐसा विचित्र बयान दिया है.
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इस जिहादी गिरोह ने ख़ुशी जाहिर करते हुए पब्लिकेशन के लेख में कहा है खुदा काफिर और खुदा में भरोसा ना करने वाले देशों पर कोरोना वायरस का कहर और बढ़ायेगा. जिहादी आतंकियों ने ये भी दावा किया है कि कोरोना महामारी की वजह से उनके खिलाफ लड़ रहे लोगों को अब पीछे हटना ही पड़ेगा.
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