कानपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए आज बेहद दुखद दिन है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सहित आठ जवान अपराधियों के हमले में मारे गए हैं.
रेड डालने गई थी पुलिस टीम
ये घटना कानपुर जिले में चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव की है. जहां सीओ, बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा और शिवराजपुर के थाना इंचार्ज महेश यादव रेड मारने के लिए गए हुए थे. लेकिन गांव में घुसने के रास्ते में जेसीबी मशीन लगाकर उनका रास्ता रोक दिया गया. पुलिस की टीम जब रास्ता साफ करने उतरी तो एक ऊंची इमारत से गोलियों की बौछार होने लगी. जिसकी वजह से पुलिस टीम घिर गई.
अपराधी छतों पर छिपकर और घरों के अंदर से गोलियां चला रहे थे लेकिन पुलिस की टीम खुले में थी. जिसकी वजह से पुलिस को ज्यादा नुकसान हुआ.
ये घटना रात 1 बजे हुई. मारे गए पुलिसकर्मियों के नाम सर्किल ऑफिसर देवेंद्र कुमार मिश्रा, थाना इंचार्ज महेश यादव, चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, सब-इंस्पेक्टर नेबुलाल, कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र और बबलू हैं.
अपराधियों के हमले में 4 पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल भी हो गए हैं. इन्हें पेट में गोलियां लगी हैं. घायल पुलिसवालों का इलाज चल रहा है.
We have started the combing operation. Eight Police personnel died, four were injured, they are being treated at the hospital. Police from neighbouring districts Kannauj and Kanpur Dehat have also been called: JN Singh, ADG Kanpur zone https://t.co/5LjHZDZE7W pic.twitter.com/WXc4vv8Js0
— ANI UP (@ANINewsUP) July 3, 2020
पुलिस टीम के हथियार भी लूटे गए
पुलिसवालों के मारे जाने के बाद अपराधियों ने उनके हथियार भी लूट लिए और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले. जिस अपराधी विकास दुबे के ठिकाने पर पुलिस की टीम रेड मारने गई थी. उसके खिलाफ 25 हजार रुपए का ईनाम पहले से है. इस अपराधी के उपर 60 मुकदमे चल रहे हैं. जिसमें से 53 मुकदमे हत्या और हत्या के प्रयास के हैं.
अपराधियों ने पुलिस की टीम पर हमले के लिए स्वचालित हथियारों का प्रयोग किया. पुलिस की टीम पर चारों तरफ से गोलियां चलाई गईं. जिसकी वजह से पुलिसवालों को छिपने का ठिकाना भी नहीं मिला. अपराधियों का इरादा पुलिस टीम को पूरी तरह खत्म करने का था.
एसटीएफ ने मामला हाथ में लिया
यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अब मामला अपने हाथों में ले लिया है. इस हमले में शामिल 3 अपराधियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. लेकिन मुख्य अपराधी विकास दुबे अभी तक फरार है. उसे बाहर जाने से रोकने के लिए राज्य की सीमाएं सील कर दी गई हैं.
अपराधियों को पकड़ने के लिए कानपुर मंडल कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. इसके अलावा घटनास्थल से लगी हुई जीटी रोड पर जगह-जगह बैरियर लगाकर गाड़ियों की सघन तलाशी की जा रही है.