नई दिल्ली: महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में DHFL के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन को उनके परिवार समेत क्वारंटाइन किया गया है. महाबलेश्वर में वधावन परिवार के कुल 23 सदस्यों को आइसोलेशन में रखा गया है. परिवार के सभी लोगों पर लॉकडाउन तोड़ने का आरोप है.
5 कारों में सवार होकर खंडाला-टू-महाबलेश्वर
आपको जानकर हैरानी होगी कि लॉकडाउन के बावजूद ये परिवार 5 कारों में सवार होकर खंडाला से महाबलेश्वर पहुंच गया. अब सवाल ये है कि ऐसे वक्त में जब लोगों के लिए अपने घरों से निकलना तक मुश्किल है
कैसे पूरा का पूरा परिवार एक शहर से दूसरे शहर पहुंच गया?
पांच-पांच गाड़ियों में पूरा परिवार सफर करता रहा किसी ने रोका क्यों नहीं?
अगर ये लोग प्रशासन से इजाजत लेकर बाहर निकले तो उसका आधार क्या था?
कोरोना की वजह से इस वक्त देश में क्या हालात हैं, ये हर कोई जानता है. ऐसे समय में परिवार का 23 सदस्यों के साथ बाहर घूमना, यकीनन किसी अजूबे से कम नहीं है. दरअसल ये परिवार महाराष्ट्र के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता की सिफारिश पर ऐसे कर पाने में कामयाब हुआ.
प्रधान सचिव की सिफारिश पर किया 'कांड'
महाराष्ट्र के प्रधान सचिव ने अपनी सिफारिशी चिट्ठी में वधावन परिवार को पारिवारिक मित्र बताया है. जाहिर है, लॉकडाउन के दौरान वधावन परिवार के तथाकथित पर्यटन पर सवाल तो उठेंगे ही.
किरीट सौमैया ने राज्यपाल से की शिकायत
बीजेपी नेता किरीट सौमैया ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी में इस मामले की पूरी शिकायत की है और जांच कराने की मांग की है. अब चूंकि वधावन परिवार के पास से गृह विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता का ये पास मिला है, तो जांच के घेरे में प्रधान सचिव भी आते हैं. इसीलिए महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं.
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