नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की आड़ में देश को जलाने की साजिश लगातार की गई. इसे लेकर एक बड़े उत्पात की तस्वीर राजधानी दिल्ली के जामिया इलाके से आई थी. जहां जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के तथाकथित छात्रों और कुछ गुंडों ने विरोध ने नाम पर दंगा फैलाने की कोशिश की थी. इस मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है.
दिल्ली हिंसा मामले में आसिफ की गिरफ्तारी
- दिल्ली हिंसा में जामिया यूनिवर्सिटी के एक और छात्र की गिरफ्तारी
- जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र आसिफ इकबाल तन्हा की गिरफ्तारी
- गिरफ्तार करने के बाद आसिफ को 31 मई तक जेल भेजा गया
- दिसंबर 2019 में दिल्ली के जामिया नगर की हिंसा में शामिल था आसिफ
- स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन का सदस्य भी है आसिफ इकबाल
- हिंसा में गिरफ्तार शरजील उमर खालिद, सफूर जरगर का करीबी है आसिफ
राजधानी दिल्ली के जामिया नगर इलाके में साल 2019 के दिसंबर माह में CAA की आड़ में हिंसा फैलाई गई थी. जिस मामले में दिल्ली पुलिस ने जामिया यूनिवर्सिटी के एक और छात्र पर शिकंजा कसा है. पुलिस ने आसिफ इकबाल तन्हा नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है. आपको बता दें, आसिफ स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन का सदस्य भी है.
उमर खालिद, शरजील और सफूरा का करीबी है आसिफ
दरअसल, विरोध के नाम पर कुछ लोग देश में दंगा भड़काने में जुटे हुए थे. जामिया में इसका भयानक असर भी देखने को मिला. जहां से तरह-तरह की तस्वीरें भी सामने आई थी. सोशल मीडिया पर झूठ फैलाकर दंगों को तूल देने और पुलिस पर सारा ठिकरा फोड़ने की भी कोशिश की गई थी. लेकिन ज़ी मीडिया ने सारी सच्चाई देश के सामने रखी थी. जिससे झूठ बेनकाब हो गया था. आरोपी आसिफ इकबाद की गिरफ्तारी तो हो चुकी है. साथ ही ये जानकारी सामने आ रही है कि आसिफ जो कि जामिया का छात्र है, वो उमर ख़ालिद, शरजील इमाम, मीरन हैदर और सफूरा का बेहद करीबी है.
Anti-CAA प्रदर्शन और दंगों में अहम भूमिका
आसिफ इकबाल तन्हा जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी का सदस्य भी है. Anti-CAA प्रदर्शन और दंगों में इसकी अहम भूमिका बताई जा रही है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने सफूरा, मीरन हैदर को इस मामले में पहले ही 124A/UAPA में गिरफ्तार किया हुआ है.
वहीं देश बांटने और असम काटने की अपील करके अपनी गद्दारी का परिचय देने वाले शरजील इमाम पर भी देशद्रोह का मामला दर्ज है और गिरफ्तार किया जा चुका है, फिलहाल शरजील असम पुलिस की गिरफ्त में है.
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वहीं टुकड़े-टुकड़े गैंग का सदस्य उमर खालिद की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है. जिस पर JNU में देश विरोधी नारे लगाने के साथ-साख अफजल गुरू के लिये कार्यक्रम करने का आरोप है. इसी उमर खालिद ने अफजल की फांसी को कत्ल करार देते हुए भारत के संविधान और न्यायपालिका पर सवाल खड़े किए थे. दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह की धारा लगाकर मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है, तो वहीं वो दिल्ली दंगों में भी आरोपी है. जल्द ही खालिद पर भी UAPA के तहत दर्ज मामले में पूछताछ और सख्त कार्रवाई हो सकती है.
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