दिल्ली का शातिर ठग अकरम गिरफ्तार, विदेशी राजनयिक को बनाया था शिकार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शातिर ठग पकड़ में आया है. जो कि ई-मेल अकाउंट हैक करके ठगी को अंजाम देता था. गिरफ्तार ठग के गिरोह के और सदस्यों की तलाश जारी है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 28, 2020, 07:08 PM IST
    • दिल्ली का शातिर ठग
    • राजनयिक को लगाया चूना
    • कई लोग हैं गिरोह में शामिल
    • बाकी ठगों की तलाश जारी
दिल्ली का शातिर ठग अकरम गिरफ्तार, विदेशी राजनयिक को बनाया था शिकार

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है,   जिसने ना सिर्फ एक सीनियर डिप्लोमेट का ईमेल एकाउंट हैक किया बल्कि हैक करने के बाद उसके कांटेक्ट लिस्ट में जुड़े लोगों को ई-मेल भेजकर 1 लाख 40 हजार रुपये से ज्यादा की ठगी को अंजाम दे डाला. 
ईमेल हैक करके मांगता था पैसे
पुलिस के मुताबिक ठगी में महारत हासिल करने वाले ये शख्स  ईमेल अकाउंट हैक करने के बाद लोगों को तरह-तरह के झूठे ईमेल भेजकर उनसे आर्थिक मदद मांगता था और अलग अलग बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाता था. 
पुलिस के मुताबिक उन्हें एक सीनियर डिप्लोमैट से शिकायत मिली थी कि उनका ईमेल अकाउंट हैक कर लिया गया है. किसी ने उनके ईमेल एकाउंट करके उनके ईमेल अकाउंट से उनके कांटेक्ट लिस्ट में शुमार कई लोगों को मेल भेजी है और उनसे आर्थिक मदद मांगी है. जिसके चलते कुछ लोगों ने उस मेल पर विश्वास करके मेल में दिए बैंक अकाउंट में पैसा भी जमा करवा दिए. 
बाद में जब लोगों ने डिपोलोमेट को इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने इस तरह के मेल की जानकारी होने से साफ मना कर दिया और पुलिस को मामले की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस मामले दर्ज करके डिस्ट्रिक्ट के साइबर सेल को जांच सौंप दी. 

फर्जी पते पर खुलवाया था अकाउंट
पुलिस ने पहले बैंक अकाउंट की डिटेल निकलवाई जिससे पता चला कि जिस एड्रेस पर वह बैंक अकाउंट खुलवाया गया है,वहां पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं रहता है.  पुलिस ने बैंक अकाउंट की डिटेल खंगालना शुरू किया. जिसके बाद ठग का मोबाइल नंबर सामने आया. जिनमे से एक मोबाइल नंबर काफी मददगार साबित हुआ.  पुलिस ने उससे एक व्यक्ति को चिन्हित किया और उसे पकड़ लिया.  जिसकी पहचान शाहीन बाग निवासी अकरम के रूप में कई गई. 
ठगी का मास्टरमाइंड है अनीस 
पुलिस की पूछताछ में अकरम ने बताया कि वह इस काम में अकेला नहीं है. उसके साथ अनीस नाम का एक और शख्स है, जो इस पूरे गोरखधंधे का मास्टरमाइंड है.  अनीस ही हैकिंग करने और फिर तरह तरह से ई-मेल भेजकर ठगने में अहम भूमिका निभाता है. 
अकरम का काम था फर्जी नाम पते पर बैंक अकाउंट खुलवाना और फिर अकाउंट में आई रकम को निकालकर अनीस तक पहुंचाना.  ये लोग किसी भी ईमेल आईडी को हैक करते थे और फिर ईमेल अकाउंट के कांटेक्ट लिस्ट में जितने भी ईमेल आईडी होते थे उन पर तरह-तरह के मेल भेजते थे. 
 जैसे कभी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से, कभी किसी मंत्रालय की तरफ से, तो कभी जिस व्यक्ति का इमेल अकाउंट होता था उसकी तरफ से.  कभी मेल के माध्यम से लोगों को धमकाया जाता था.  कभी किसी गिफ्ट का प्रलोभन दिया जाता तो कभी खुद को आर्थिक संकट में फंसा हुआ बता कर आर्थिक मदद मांगी जाती थी.  इसके एवज में अकरम को कुल रकम में से 10 से 20 प्रतिशत के बीच मिल जाता था. 
अनीस अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. 
खुलवा रखे थे कई अकाउंट
पुलिस के मुताबिक  गिरफ्तार किए गए ठग ने अपने किरायेदारों और अपने यहां किराये पर रहने वाले लोगों की पहचान पर अलग-अलग बैंकों में कई बैंक खाते खुलवाए हुए थे.  उन्हीं के अकाउंट में ठगी की रकम मंगवाई जाती थी, ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि पुलिस इन तक पहुंच न पाए.  पुलिस का कहना है कि यह शख्स अब तक करोडों की ठगी कर चुका है. पुलिस का दावा है कि इस ठग के साथ कुछ विदेशी हैकर भी मिले हुए हैं.  इन लोगों ने कानपुर के एक व्यापारी से भी 70 लाख रुपये की ठगी की थी. 

पुलिस ने बताया कि अकरम 10वीं पास है और पहले हकीम का काम करता था अनीस के संपर्क में आने के बाद ये अनीस के साथ ठगी करने लगा. पुलिस अब इस मामले में आरोपी अकरम के अन्य साथियों की तलाश में जुटी हुई है. 

 

 

 

 

 

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