नई दिल्ली: देश के कई बैंकों को 411 करोड़ का चूना लगाया गया है. रिजर्व बैंक ने ये मामला जांच के लिए सीबीआई के पास दर्ज कराया है.
बासमती चावल निर्यातक थी कंपनी
इस बार बैंकिंग फ्रॉड की जिम्मेदारी रामदेव इंटरनेशनल नाम की एक कंपनी पर लगा है. जिसके तीन प्रमोटर विदेश फरार हो गए हैं. ये कंपनी पश्चिम एशिया और यूरोप के कुछ देशों को अच्छी किस्म के बासमती चावल का निर्यात करती थी.
समाचार एजेन्सी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक राम देव इंटरनेशनल के तीन प्रमोटरों ने SBI के साथ साथ देश 6 बैंकों को 411 करोड़ का चूना लगाया है.
स्टेट बैंक के अधिकारियों द्वारा इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने से पहले ही ये सभी फरार हो चुके थे. सीबीआई ने हाल में राम देव इंटरनेशनल और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया था.
बैंक की लापरवाही फिर आई सामने
इस मामले में निगाह डालने पर बैंक की लापरवाही साफ तौर पर दिखाई देती है. क्योंकि खुद स्टेट बैंक की एक जांच में सामने आया है कि आरोपित राम देव इंटरनेशनल लिमिटेड के मालिक 2016 से लापता हैं. यही नहीं इन लोगों ने फरार होने से पहले अपनी ज्यादातर संपत्ति बेच भी दी थी.
ये जानकारी मिलने के बाद जब स्टेट बैंक अधिकारियों को ये महसूस हुआ कि उनका दिया हुआ कर्ज वापस नहीं आएगा, तब उन्होंने CBI के पास जाकर शिकायत दर्ज कराई. लेकिन तब तक 4 साल का समय गुजर चुका था.
6 बैंकों को लगाया चूना
रामदेव इंटरनेशनल कंपनी की चांज में में पता चला है कि उधार लेने के बाद इस कंपनी के प्रमोटरों ने खातों में गड़बड़ी करके, बैलेंस शीट में हेर फेर किया और बैंक के पैसे से खरीदे गए संयंत्र और मशीनरी को अनधिकृत रूप से हटा दिया.
आरोपियों ने स्टेट बैंक का 173 करोड़, केनरा बैंक का 76 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 64 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का 51 करोड़, कॉर्पोरेशन बैंक का 36 करोड़ और आईडीबीआई बैंक का 12 करोड़ रुपया धोखाधड़ी से हड़प लिया.
CBI ने अब कंपनी, इसके डायरेक्टर नरेश कुमार, सुरेश कुमार, संगीता और अज्ञात सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी समेत कई आरोप लगाए गए हैं.