नई दिल्ली: देश का मोस्टवांटेड और तबलीगी जमात का मौलाना मोहम्मद साद कहां है. इसे लेकर कई राज्यों में तलाश जारी है. दिल्ली की क्राइम ब्रांच उसकी तलाश कर रही है. ज़ी मीडिया ने भी मौलाना का ठिकाना पता लगाने की मुहिम छेड़ दी है. इसीलिए हमारी टीम ने दिल्ली से यूपी तक मौलाना का पता लगाने की कोशिश की.
'मोस्ट वांटेड' मौलाना का 'पहला सुराग'
दिल्ली क्राइम ब्रांच और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने मरकज का दौरा किया. 7 मंजिल के इस इमारत की वीडियोग्राफी कराई गई है. मरकज़ से क्राइम ब्रांच ने कुछ दस्तावेज बरामद किए. मरकज़ के नीचे 2 बड़े- बड़े बेसमेंट हैं. जहां हज़ारों लोगों के रुकने का इंतज़ाम है. मौलाना मोहम्मद साद के दिल्ली में कई अड्डे हैं. निजामुद्दीन में उसका अपना भी एक आलीशान घर है. दिल्ली के ज़ाकिर नगर में भी हमें मौलाना के बारे में सुराग मिले.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों से इस बात की भी जानकारी मिली है कि यहां मौलाना बहुत सारे लोगों के साथ संपर्क में था और ये भी जानकारी मिल रही है कि जाकिर नगर में दिल्ली पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ भी की है कि मौलाना साद कहां पर है. कहां-कहां गया था किन लोगों से मुलाकात की थी.
मौलाना मरकज से चलाता था पूरा नेटवर्क
मौलाना मोहम्मद साद निजामुद्दीन के अपने मरकज से पूरा नेटवर्क चलाता था. वही मरकज़, जो इन दिनों देश में सबसे ज़्यादा संक्रमण फैलाने का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है. ज़ी मीडिया की टीम ने यहां भी पहुंचकर ग्राउंड ज़ीरो पर पड़ताल की.
मक्कार मोलाना साद अपने दोस्त जिसका घर निज़ामुद्दीन वेस्ट में है उसके घर में रहता था. लेकिन मरकज़ से जुड़े तमाम कामकाज देखने के लिए वो मरकज़ में आया करता था और यहीं से तमाम गतिविधियों को अंजाम दिया जाता था.
किस मस्जिद में छिपा है 'महामारी का मौलाना'?
मौलाना साद का एक घर यूपी के शामली में भी है. यहां के कंधाला गांव में उसका पुश्तैनी मकान है, मौलाना साद की तलाश में जी मीडिया की टीम शामली वाले घर पर भी पहुंची. वहां मौलाना साद का घर है. जिस तरह से वहां ताला बंद है. वहां मौलाना का मकान बना हुआ है. जानकारी के अनुसार काफी संख्या में लोग मक्कार मौलाना साद साथ थे. उनमें कोरोना का कहर देखने को मिला है जिस तरह कोरोना मरीज़ों की संख्या बढ़ी है वहीं पुलिस ने उनके साथ सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
'महामारी के मौलाना' की सबसे बड़ी तलाश!
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम से ज़ी मीडिया को कुछ पुख्ता जानकारी मिली है. क्राइम ब्रांच की टीम 24 मार्च को निजामुद्दीन थाने में मौलाना की वीडियो रिकॉर्डिंग करने वाले पुलिस अधिकारियो से भी सवाल जवाब कर सकती है.
इसके अलावा, मौलाना का पता लगाने के लिए दिल्ली में क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की. दिल्ली पुलिस की कुछ टीमें यूपी के मुजफ्फरनगर और मेरठ भी पहुंची थीं, यहां भी उसके बारे में पता लगाने की कोशिश की.
'मौलाना' की तलाश में 21 राज्यों की पुलिस!
मौलाना की तलाश में जुटी ज़ी मीडिया की टीम पुरानी दिल्ली पहुंची. पुरानी दिल्ली में भी मौलाना के छिपे होने का शक है. लेकिन उसने जहां भी अपना अड्डा बनाया है वो ज्यादा दिन तक बचने वाला नहीं है.
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मौलाना कहां है? ये बात कोई नहीं जानता, क्राइम ब्रांच ने इसीलिए मोबाइल सर्विलांस के ज़रिये मौलाना का पता लगाया शुरू कर दिया है. इसके अलावा ह्यूमन इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. सवाल यही है कि कोरोना से भी खतरनाक बन चुका मौलाना आख़िर कब गिरफ्तार होगा, कब मौलाना को दिल्ली पुलिस सलाखों के पीछे भेजेगी.
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