नई दिल्लीः निजामुद्दीन मरकज में बड़ी संख्या में शामिल विदेशियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. सरकार ने 2500 विदेशी नागरिकों को भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध 10 साल के लिए लगाया गया है. जानकारी के मुताबिक यह सभी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे.
कोरोना के कारण लागू पहले चरण के लॉकडाउन के दौरान निर्देशों का उल्लंघन करते हुए निजामुद्दीन के मरकज में मजहबी आयोजन में हजारों की संख्या में तबलीगी एकत्र हुए थे. इन सभी वीजा शर्तों का उल्लंघन करने के कारण कार्रवाई कई गई है.
960 blacklisted foreign nationals banned for 10 years from travelling to India for their involvement in Tablighi Jamaat activities: Government sources pic.twitter.com/W5X6e6TU4y
— ANI (@ANI) June 4, 2020
देश भर में घूमते रहे थे कोरोना संक्रमित जमाती
जानकारी के मुताबिक इनमें से बहुत से विदेशी नागरिकों को पहले ही ब्लैकलिस्ट किया जा चुका था. इनकी संख्या 960 बताई गई थी, लेकिन अब सामने आया है कि कई अन्य विदेशी भी ब्लैक लिस्ट किए गए हैं.
गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार इन तबलीगियों को अगले 10 साल तक भारत आने का वीजा जारी नहीं किया जाएगा. तबलीगी जमात से जुड़े कई लोग कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों में घूमते रहे थे.
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अमेरिका, फ्रांस और इटली से थी विदेशी
दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में कई विदेशी नागरिकों की पहचान की गई थी. इनमें अमेरिका, फ्रांस और इटली के नागरिक शामिल थे. इनकी पहचान कर इन्हें क्वारंटाइन में भेजा गया था.
निजामुद्दीन पश्चिम में तब्लीगी जमात मरकज कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया था. इस वजह से पूरे क्षेत्र को सील करना पड़ा था. कई सरकारी एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया कि 9000 से ज्यादा तबलीगी जमात के भारतीय सदस्यों ने देश के 20 राज्यों में कोरोना संक्रमण फैला दिया था.
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