नई दिल्ली: Sawan 2022: भगवान शिव का दूसरा नाम मृत्युंजय भी है. जब किसी भी तरह के कर्मकांड और पूजा-आराधना से कष्टों का निवारण न हो पाए तो ऐसे में महामृत्युंजय मंत्र का जाप एक ऐसा अमोघ बाण है, जो सभी कष्टों से छुटकारा दिलाकर जीवन सुखमय बनाता है. मृत्युंजय शिव मृत्यु को जीतने वाले हैं. शिव के साधक को न तो मृत्यु का भय रहता है, न रोग का और न ही शोक का.
शिव तत्व उनके मन को भक्ति और शक्ति का सामर्थ्य देता है. शिव तत्व का ध्यान महामृत्युंजय मंत्र से किया जाता है. इस मंत्र के जाप से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है. शास्त्रों में इस मंत्र को कई कष्टों का निवारण बताया गया है.
तीन संख्या का शिवजी के लिए है खास महत्व
सावन का तीसरा सोमवार बहुत ही विशेष होता है, क्योंकि शिवजी और तीन की संख्या का गहरा संबंध है. सावन का तीसरा सोमवार साधना और भक्ति के लिए उत्तम माना गया है. श्रद्धालु, इस दिन महाकाल भगवान शिव के मंत्रों का जाप करके मंत्र सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं. माना जाता है कि साध्य योग में भगवान शिव की पूजा करने से कठिन से कठिन कार्य भी आसान हो जाते हैं.
सावन के तीसरे सोमवार को नीलकंठ महादेव, भूतेश्वर महादेव, पातालेश्वर महादेव, भूतनाथ महादेव, पशुपतिनाथ मंदिर, एकादश रुद्र मंदिर, मारू मंदिर, हर्ष पहाड़ी स्थित शिव मंदिर में शिव की विशेष पूजा की जाती है.
सावन में तीसरे सोमवार को करें ये उपाय
कहा जाता है कि सोमवार का व्रत करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. यदि किसी व्यक्ति के विवाह में देरी हो रही है तो सावन में सोमवार के दिन एक विशेष उपाय करने से विवाह शीघ्र होता है.
शिवलिंग पर चढ़ाएं केसर वाला दूध
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करते समय शिवलिंग को जल चढ़ाया जाता है. ऐसे में जिन जातकों के विवाह में देरी हो रही है, उन्हें सोमवार के दिन शिवलिंग पर केसर मिश्रित जल चढ़ाना चाहिए. इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे और जल्द शादी होगी.
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