Sawan Purnima 2022: आज के दिन ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, कर्ज सहित इन परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व होता है. खासतौर पर धार्मिक दृष्टि से इस महीने को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है. इसके साथ आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना बहुत ही शुभ फलदायी होगा.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 12, 2022, 07:32 AM IST
  • कुंडली में चंद्रमा मजबूत करने के लिए
  • रुका हुआ धन वापस पाने के लिए
Sawan Purnima 2022: आज के दिन ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, कर्ज सहित इन परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व होता है. खासतौर पर धार्मिक दृष्टि से इस महीने को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है.  श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि इस महीने की अंतिम तिथि होती है और इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है. भारत के विभिन्न भागों में इस दिन को अलग-अलग रूप में मनाया जाता है. उदाहरण के तौर पर पूर्व भारत में इस दिन रक्षा बंधन का त्यौहार मनाते हैं और दक्षिण भारत में इस दिन नरियाली पूर्णिमा मनाई जाती है. ऐसे ही अन्य जगहों पर इसे अन्य तरीकों से मनाया जाता है. लोग श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को विशेष पूजा करते हैं और कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं.

श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि बहुत ही पवित्र मानी जाती है. इस दिन दान-धर्म का काम करना भी बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन व्यक्ति को चींटी और मछलियों को दाना खिलाना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन गाय को चारा खिलाना भी बहुत लाभदायक होता है.

यदि कोई भी व्यक्ति अगर जनेऊ धारण करते हैं तो इस दिन उन्हें अपने मन, वाणी और कर्म को पवित्र रखने का संकल्प लेना चाहिए. इस संकल्प के साथ ही उन्हें इस दिन अपना धारण किया हुआ जनेऊ बदलकर नया जनेऊ धारण करना चाहिए.

इस दिन पूजा के पश्चात ब्राह्मणों को भोजन कराना भी बहुत शुभ माना जाता है. ब्राह्मणों को भोजन कराने के अतिरिक्त आप उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दान करें.

ऐसे तो हर महीने के पूर्णिमा तिथि बहुत खास होती है लेकिन श्रावण पूर्णिमा की बात अलग ही है. ऐसा माना जाता है कि श्रावण के पूर्णिमा के दिन किए गए व्रत से आपको वर्ष भर के किए गए अन्य सभी व्रतों के समान फल मिलता है.

विष्णु की पूजा करें
आज भगवान विष्णु की पूजा करना बहुत ही शुभ फलदायी होगा. इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से जीवन में चल रही परेशानियों से राहत पा सकते हैं. आज चने की दाल, पीला चंदन, केला, पीले वस्त्र दान करना शुभ फलदायी होगा.

सौभाग्य  में  वृद्धि के लिए 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सावन पूर्णिमा के दिन सुबह ही पीपल के पेड़ को पानी दें और माता लक्ष्मी पूजा करें, धूप दीप दिखाकर भोग लगाएं. साथ ही मां को घर आने का निमंत्रण दें. ऐसा करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. यह सौभाग्य वृद्धि करने वाला उपाय माना गया है.

कुंडली में चंद्रमा मजबूत करने के लिए
पूर्णिमा की रात चंद्रमा की पूजा करने का विशेष महत्व है. इसके लिए चंद्रमा को दूध से अर्घ्य दें. साथ ही अर्घ्य देते समय वहीं बैठ कर  सोमेश्वराय नम:का मंत्र करें. मान्यता है कि इससे कुंडली में चंद्रमा मजबूत होने में मदद मिलती है. इसके साथ ही इस दिन दूध या खीर का दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

कर्ज से राहत पाने के लिए
मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन किसी पिंजरे में बंद पक्षी को आजाद करने से कर्ज की परेशानी से मुक्ति मिलती है.

रुका हुआ धन वापस पाने के लिए
आप अपना रूका हुआ पैसा वापस पाने के लिए कपूर से जुड़ा उपाय कर सकते हैं. इसके लिए कपूर को जलाकर उसका कागज बनाएं. फिर काजल से कागज पर उस आदमी का नाम लिखकर उसे किसी भारी पत्थर के नीचे दबाएं. मान्यता है कि इससे रुका व अटका हुआ पैसा जल्दी ही वापस मिल जाता है.

भाई की तरक्की के लिए
आज पूर्णिमा के साथ रक्षाबंधन का त्योहार भी है. ऐसे में आज के दिन बहनें फिटकरी लेकर भाई के चारों ओर उल्टी दिशा में घुमाकर उसे घर के बाहर आग में जलाएं. कहा जाता है कि इससे नजरदोष से बचाव होता है. साथ ही भाई की तरक्की के रास्ते खुलते हैें. ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.

शनि दोष या कालसर्प से मुक्ति पाने के लिए
काले रंग का चौकोर पत्थर लेकर खड़िया से शनि यंत्र बनवाएं. फिर उसे यंत्र को अपने ऊपर से उल्टी दिशा में 8 बार फेरकर बहते जल या कुए में डाल दें. मान्यता है कि इससे शनि व कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है.

राहु दोष से मुक्ति पाने के लिए
आज के दिन वट वृक्ष यानि पीपल पेड़ की पूजा करें. इसके साथ ही स्फटिक माला से 108 बार एंग सरस्वत्यै नमः मंत्र का जाप करें. मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में राहु या चंद्रमा दोष से मुक्ति मिलती है.

परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए
पूर्णिमा यानी आज के दिन अपने कुलदेवी और कुलदेवता के मंदिर जाएं. एक नींबू लेकर उसे अपने ऊपर 21 बार घुमाएं. फिर नींबू को 2 हिस्सों में काटकर उसे विपरीत दिशाओं में फेंक दें. इस उपाय के बाद अपनी कुलदेवी या कुलदेवता से प्रार्थना करते हुए पूजा करें. अपनी गलतियों की मांफी मांगे. मान्यता है कि इससे जीवन की समस्या परेशानियां दूर होने में मदद मिलती है.

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