Pitru Paksha 2022: ये बातें संकेत देती हैं कि मृत पूर्वज हैं नाराज, श्राद्ध पक्ष में पितृ दोष करें खत्म

Pitru Paksha 2022: पितृपक्ष चल रहा है. देश के धार्मिक स्थानों पर पिंडदान के लिए विशेष तौर पर व्यवस्था की जाती है. 15 दिनों तक चलने वाले श्राद्ध पक्ष में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 14, 2022, 06:26 AM IST
  • पिंडदान करना है बेहद जरूरी
  • धार्मिक कर्मकांड नहीं होगा फलित
Pitru Paksha 2022: ये बातें संकेत देती हैं कि मृत पूर्वज हैं नाराज, श्राद्ध पक्ष में पितृ दोष करें खत्म

नई दिल्ली: Pitru Paksha 2022: पितृपक्ष चल रहा है. देश के धार्मिक स्थानों पर पिंडदान के लिए विशेष तौर पर व्यवस्था की जाती है. 15 दिनों तक चलने वाले श्राद्ध पक्ष में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए. पिंडदान अपने मृत पूर्वजों की आत्मा को तृप्त करने के लिए, उनकी आत्मा को शांति करने के लिए एक धार्मिक कर्मकांड है.

पिंडदान करना है बेहद जरूरी
इस दौरान कई नियमों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. जिन मृतकों की आत्मा भटक रही है, जिनके विधि सम्मत श्राद्ध नहीं हो पाए, उन्हें ब्रह्म लोक में स्थान नहीं मिल पाता है. वह आपके घर में तब तक निवास करते रहेंगे, जब तक कि आप उनके नाम पर पिंडदान नहीं कर पाते. वह आपके घर में ही रहेंगे और वह अपने होने का अहसास विभिन्न माध्यमों से कराते रहेंगे.

धार्मिक कर्मकांड नहीं होगा फलित
फिर भी आप नहीं समझ पाए तो वह आपको, आपके परिवारजन को नुकसान पहुंचाने लगेंगे. विभिन्न दोषों की तरह मनुष्य पर पितृ दोष भी लगता है. अगर पितृ दोष लग गया तो आप कोई भी धार्मिक कर्मकांड कर लीजिए, वह फलित नहीं होगा.

आपके द्वारा किए गए परोपकार का भी पुण्य आपको नहीं मिलेगा, क्योंकि आपके घर की मृत आत्माएं भूखी-प्यासी भटक रही हैं. आपके मृत पूर्वज आपसे नाराज हैं. उनके कोप की वजह से आपके घर में आयोजित धार्मिक कार्य, मांगलिक कार्य में नई-नई अड़चनें आती रहेंगी.

जानिए पितृ दोष के लक्षण
- घर में पितृ दोष होगा तो घर के बच्चे की शिक्षा, दिमाग, बाल, व्यवहार पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है.
- जिन जातकों को पितृ दोष होता है उनके लिए इस दिन का बहुत महत्व है. बहुत से कारण होते हैं कि हमारे अपने पितरों से संबंध अच्छे नहीं हो पाते. इसीलिए पितरों का पूजन आपको लाभ पहुंचा सकता है .

- पितृ दोष कहीं न कहीं अनेक दोषों को उत्पन्न करने वाला होता है, जैसे- वंश न बढ़ने का दोष, असफलता मिलने का दोष, बाधा दोष और भी बहुत कुछ. इन दिनों में की गई पूजा और तर्पण अगर विधि विधान और मन लगाकर किया जाए तो अच्छे फल देने वाली सिद्ध होती है .
- बालों पर सबसे पहले प्रभाव पड़ता है. जैसे- समय से पहले बालों का सफेद हो जाना, सिर के बीच के हिस्से से बालों का कम होना, हर कार्य में नाकामी हाथ लगना, घर में हमेशा कलह रहना, बीमारी घर के सदस्यों को चाहे छोटी हो या बड़ी घेरे रखती है, यह सब लक्षण पितृ दोष के हैं. अगर घर में पितृ दोष है तो किसी भी सदस्य को सफलता आसानी से हाथ नहीं लगती.

- घर के सभी लोग आपस में झगड़ते हैं. घर के बच्चों के विवाह देरी से होते हैं. घर में धन ना के बराबर रुकेगा. अगर पितृ दोष हावी है तो बीमारी या कर्ज देने में धन चला जाएगा.
- परिवार की मान और प्रतिष्ठा में गिरावट आती है. घर में पेड़-पौधे या जानवर नहीं पनप पाते हैं. घर में शाम आते-आते अजीब सा सूनापन हो जाएगा. उदासी भरा माहौल, घर का कोई हिस्सा बनते-बनते रह जाएगा या बने हुए हिस्से में टूट-फूट होगी. दरारें आ जाएंगी.

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