नई दिल्ली: Paush Amavasya 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमावस्या कहते हैं. इस साल 2024 की पहली अमावस्या 11 जनवरी 2024 गुरुवार यानी आज है. वैसे तो हर महीने की अमावस्या तिथि बहुत महत्वपूर्ण होती है लेकिन पौष का महीना और अमावस्या दोनों ही पितरों को समर्पित है, ऐसे में पौष अमावस्या का महत्व दोगुना हो जाता है. आइए जानते हैं, पौष अमावस्या दिन क्या करें और क्या नहीं.
पौष अमावस्या के दिन पूजा के नियम
पौष अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य देव को तांबे के लोटे से जल अर्पित करना चाहिए. आपको जल में लाल फूल और रोली मिलाकर सूर्य देव को अर्पित करना चाहिए. इस दिन 'ॐ आदित्याय नमः' मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए. पूर्वजों को जल से तर्पण करें.
पीपल की पूजा से पूरे होंगे काम
पौष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर दूध, चावल, काले तिल मिलाकर जल चढ़ाएं. शाम को पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाएं. इससे जीवन का अंधकार समाप्त होता है. पूर्वजों से परिवार को आशीर्वाद मिलता है.
पितृ दोष से मुक्ति दिलाएगा ये दान
पौष अमावस्या के दिन दान करने से सफलता मिलती है. पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पौष अमावस्या पर अन्न, चावल, दूध, घी, कंबल, धन का दान करें. पितृ दोष से जीवन संकटों से घिर रहता है, लेकिन अमावस्या पर किया श्राद्ध कर्म इससे मुक्ति दिलाता है.
भूलकर भी न करें ये कार्य
अमावस्या के दिन तुलसी पत्र और बेल पत्र नहीं तोड़ना चाहिए. इस दिन मांस, मछली, अंडा, लहसुन और प्याज आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. बाहर जाने या लंबी यात्रा से बचना चाहिए. जीवन बदलने वाला कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए. किसी भी तरह के लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए. अगर बाहर जाना बहुत जरूरी है, तो गायत्री मंत्र का जाप करके घर से बाहर निकलें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)