Nirjala Ekadashi 2023: आज साल की सबसे बड़ी एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Nirjala Ekadashi 2023: निर्जला का अर्थ है बिना पानी और निर्जला एकादशी का व्रत बिना पानी और भोजन के किया जाता है. अपने कठोर नियमों के कारण निर्जला एकादशी को सभी एकादशी व्रतों में सबसे कठिन माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.   

Written by - Manish Pandey | Last Updated : May 31, 2023, 08:34 AM IST
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Nirjala Ekadashi 2023: आज साल की सबसे बड़ी एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Nirjala Ekadashi 2023 आज निर्जला एकादशी है. सनातन धर्म में एकादशी को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. एक वर्ष में पड़ने वाली कुल 24 एकादशियों में से निर्जला एकादशी को सबसे फलदायी माना गया है. हिन्दू पंचांग के अनुसार निर्जला एकादशी हर वर्ष ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. निर्जला एकादशी व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.

निर्जला शब्द का अर्थ है बिना पानी और इस एकादशी का व्रत बिना जल और भोजन का सेवन करके किया जाता है. निर्जला एकादशी को भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इसके पीछे कारण यह है कि निर्जला एकादशी का व्रत सबसे पहले भीम ने द्वापर युग में किया था.

निर्जला एकादशी महत्व
शास्त्रों के अनुसार इस व्रत को करने से समस्त तीर्थों में स्नान करने के समान फल की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही यह एकादशी सभी 24 एकादशियों के बराबर शुभ फल देती है. भगवान विष्णु को प्रसन्न करने वाली सभा 24 एकादशियों में निर्जला एकादशी का व्रत सबसे कठिन माना जाता है.

निर्जला एकादशी मुहूर्त
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 मई 2023 मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से शुरु होकर 31 मई 2023, बुधवार को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी. निर्जला एकादशी का पारण 1 जून 2023 को सुबह 5 बजकर 23 मिनट से 8 बजकर 09 मिनट तक कर सकते हैं.

निर्जला एकादशी पूजा विधि
निर्जला एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर घर की साफ-सफाई करें. स्नान करने के बाद पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की पूजा करें.पूजा के दौरान 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें. शाम के समय पूरे विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें. अगले दिनब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान दें. शुभ मुहूर्त में अपना व्रत खोलें.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

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