नई दिल्ली. आज नवरात्रि का आठवां दिन है. इस दिन महागौरी की पूजा देवी के मूल भाव को दर्शाता है. देवीभागवत पुराण के अनुसार, मां के नौ रूप और 10 महाविद्याएं सभी आदिशक्ति के अंश और स्वरूप हैं, लेकिन भगवान शिव के साथ उनकी अर्धांगिनी के रूप में महागौरी सदैव विराजमान रहती हैं. इनकी शक्ति अमोघ और सद्यः फलदायिनी है. नवरात्र की अष्टमी तिथि को विशेष महत्व रखती है क्योंकि कई लोग इस दिन कन्या पूजन कर अपना व्रत खोलते हैं.
इस तरह मां का नाम पड़ा महागौरी
मां पार्वती स्नान करने गईं तब देवी का एक स्वरूप श्याम वर्ण के साथ प्रकट हुईं, जो कौशिकी कहलाईं और एक स्वरूप उज्जवल चंद्र के समान प्रकट हुआ, जो महागौरी कहलाईं.
दुर्गाष्टमी पर मनोकामना की पूर्ति के लिए करें ये उपाय
घी का दीपक जलाएं
दुर्गा अष्टमी की रात्रि में अपने घर के मुख्य दरवाजे पर घी का एक दीपक जलाने से सारे संकट दूर हो जाते हैं।
मां को कमल का पुष्प चढ़ाएं
दुर्गाष्टमी की रात में देवी मां के चरणों में कमल के पुष्प चढ़ाने माता रानी शीघ्र प्रसन्न हो जाती है।
दुर्गाष्टमी का पाठ करें
अष्टमी की रात्रि को अपने घर में या दुर्गा मंदिर में दुर्गाष्टमी का पाठ जरूर करें। इससे आपके घर शांति बनी रहेगी।
चांदी का सिक्का चढ़ाएं
अष्टमी का रात्रि को महागौरी के स्वरूप को दूध से भरी कटोरी में विराजित कर चांदी का सिक्का चढ़ाएं, और दूसरे दिन से उस सिक्के को हमेशा अपनी जेब में रखने से धन आवक बढ़ने लगेगी।
मां को गुलाब का फूल अर्पित करें
दुर्गा अष्टमी की रात्रि एक पान में गुलाब के फूल की 7 पंखुरियां रखकर मां दुर्गा को अर्पित करने से मां लक्ष्मी हमेशा आपके घर में निवास करने लगेगी।
लाल चूड़ियां भेंट करें
दुर्गा अष्टमी को सूर्यास्त के बाद ग्यारह सुहागिनों महिलाओं को लाल चूड़ियां एवं सिंदूर भेंट करने से बिजनेस में लाभ होता है।
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