नई दिल्लीः Ganga Saptami 2024: आज वैशाख शुक्ल सप्तमी है. आज पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग के सुयोग में गंगा सप्तमी मनाई जाएगी. इस दिन गंगा के स्मरण, दर्शन और स्नान करने से रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है. सभी पाप खत्म होते हैं. आज दान-पुण्य व धर्म कृत्य करने का जन्म-जन्मांतर तक पुण्य मिलता है.
गंगा की पूजा करने से मिलता है मोक्ष
पद्म पुराण के अनुसार, गंगा सप्तमी के दिन गंगा की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. आज के दिन पानी से भरी मटकी का दान करने से कभी न खत्म होने वाला पुण्य मिलता है. गंगा सप्तमी के दिन पुष्य नक्षत्र, फिर अश्लेषा नक्षत्र रहेगा. इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का संयोग भी बन रहा है. खासकर इस दिन गर और वणिज करण के योग बन रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों करण को शुभ माना गया है.
गंगा सप्तमी का हिंदुओं में बहुत महत्व है. गंगा को सबसे पवित्र नदियों में से एक माना जाता है. गंगा जल से शिवलिंग का अभिषेक भी किया जाता है.
गंगा नदी में करें स्नान
गंगा सप्तमी के दिन गंगा नदी में स्नान करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो घर पर नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें. स्नान करते समय मां गंगा का ध्यान करें. नहाने के बाद घर के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करें. देवी-देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. भगवान पर पुष्प अर्पित करें. घर पर ही मां गंगा की आरती करें. वह भोग लगाएं.
दान करने का है महत्व
गंगा सप्तमी के दिन किसी जरूरतमंद, किसी ब्राह्मण को अन्न, धन या वस्त्र का दान अवश्य करें. ऐसा करने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है और कई जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं. भगवान शिव की जटाओं से ही मां गंगा प्रवाहित होती हैं, इसलिए गंगा सप्तमी के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक जरूर करें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)
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