कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का करें पालन, भूलकर भी न करें ये काम

शास्त्रों में कार्तिक मास को सबसे शुभ माना जाता है. इस माह तुलसी की पूजा और सेवन करने का विशेष महत्व होता है. सुबह-शाम तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वास होता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 19, 2022, 01:01 PM IST
  • इस मास निद्रा से जागते हैं भगवान विष्णु
  • कार्तिकेय ने किया था तारकासुर का वध
कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का करें पालन, भूलकर भी न करें ये काम

नई दिल्ली. कार्तिक मास चल रहा है. इसे सभी मासों में सबसे ज्यादा उत्तम माना गया है, क्योंकि इस मास में भगवान विष्णु निद्रा से जागते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. इस मास में भगवान विष्णु पृथ्वी पर अपने भक्तों के बीच जल में निवास करते हैं. स्कंद पुराण के अनुसार, इस माह में ही भगवान शिव के पुत्र कुमार कार्तिकेय ने तारकासुर का वध किया था.

कार्तिक मास में भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप में अवतार लिया था और सभी वेदों की रक्षा की थी. इसलिए इस मास में मछली के साथ-साथ अंडा, मास और मदिरा जैसे तामसिक भोजन से परहेज रखना चाहिए. इसको आदत बना लें और शाकहारी भोजन करें तो जीव-जंतुओं की कृपा भी प्राप्त होती है. इसके साथ ही इस माह बैंगन, उड़द, चना, मूंग, मसुर, मटर और द्विदलन अर्थात जो अनाज दो भागों में बंटे हों. उनका भी सेवन नहीं करना चाहिए.

ब्रह्मचर्य का करें पूरी तरह पालन
कार्तिक मास में भगवान विष्णु दामोदर व नारायण रूप में पूजे जाते हैं. इसलिए इस मास में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और बुरे विचारों से दूर रहना चाहिए. इस मास में सदाचार का पालन करना चाहिए और किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए. गरीबों और जरूरतमंद की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए.

मंदिर, नदी के घाटों की सफाई करने से बनते हैं धनवान
कार्तिक मास में मंदिर, नदी के घाटों की सफाई करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में बहुत धनवान बनता है. ऐसे व्यक्ति का देवता भी आदर करते हैं और वह लोक-परलोक में सम्मान प्राप्त करता है. भगवान कृष्ण ने देवी सत्यभामा को बताया था कि कार्तिक माह में मंदिरों की सफाई करने की वजह से ही उनको धन संपदा का सुख प्राप्त हुआ है.

शिव पुत्र की करें पूजा
कार्तिक मास के स्वामी भगवान शिव के पुत्र कुमार कार्तिकेय हैं इसलिए इस माह कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए. क्योंकि इन्हीं के नाम पर यह मास पड़ा है. इस माह में कुमार कार्तिकेय ने देवताओं के सेनापति बनकर तारकासुर का वध किया और देवताओं को फिर से स्वर्ग की सत्ता सौंपी थी.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

यह भी पढ़िए- Kartik Mass 2022: इस माह अवश्य करें ये काम, जल्द बन सकते हैं धनवान

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

ट्रेंडिंग न्यूज़