महाकुंभ से लाए हुए पवित्र गंगाजल का क्या करें? जान लें इस रखने की सही जगह

Preeti Chauhan
Jan 17, 2025

महाकुंभ

हिंदू धर्म में महाकुंभ मेले का विशेष महत्व है. इस बार इसकी शुरुआत 13 जनवरी से हो गई और वहीं, इसका (Maha Kumbh 2025) समापन 26 फरवरी, 2025 को होगा. यह मेला हर 12 सालों में एक बार लगता है. वहीं इस दौरान विभिन्न पूजन नियमों का पालन किया जाता है.

त्रिवेणी तट से गंगाजल

कुछ लोग त्रिवेणी तट से गंगाजल भी लेकर आते हैं, जिसकी अपनी महिमा है. ऐसा कहते हैं इस पवित्र जल को घर पर रखने से सुख-शांति आती है. इसके साथ ही घर में शुभता आती है.

कहां रखें गंगा जल

लेकिन यह कहां पर रखना शुभ माना जाता है आइए यहां पर जानते हैं. त्रिवेणी से लाए हुए गंगाजल को कहां रखें?

उत्तर या पूर्व दिशा

त्रिवेणी से लाए हुए गंगाजल को अपने घर की उत्तर या पूर्व दिशा में रखें.

पूरे घर में छिड़कें

त्रिवेणी के इस पवित्र जल को पूरे घर में छिड़कें. छत और बॉलकनी में भी जल छिड़क दें.

पूजा घर

इस गंगाजल को अपने पूजा घर में जरूर रखें. आपके घऱ में भक्ति की धारा बहने लगेगी.

नहाने के पानी में मिलाएं

आप स्नान करते समय इस पवित्र जल को नहाने के पानी में मिला लें. आपको कुंभ का पुण्य मिलेगा.

साफ सुथरी जगह

इस बात का ध्यान रखें कि जहां पर भी गंगाजल रखें उसे पूरी तरह साफ-सुथरा रखें.

पवित्र पात्र

गंगाजल को किसी पवित्र पात्र में ही रखें है. गंगाजल का बर्तन नया हो तो अच्छा है. गंदे बर्तन में रखने से इसकी पवित्रता भंग हो सकती है.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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