एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ और उसके आसपास के पांच जिलों को मिलाकर SCR का गठन करने के प्रस्ताव को योगी कैबिनेट की मंजूरी मिली है.
कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एससीआरडीए) के जल्द गठन के निर्देश दिए हैं. एससीआरडीए में 6 जिलों को शामिल किया जाएगा.
जिसमें लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर और बाराबंकी शामिल हैं. सीएम योगी ने कहा लखनऊ को एससीआरडीए का मुख्यालय और नागरिकों की सुविधा के लिए अन्य जिलों में क्षेत्रीय कार्यालय खोले.
यूपी पहला ऐसा राज्य बनेगा. जहां स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) गठित हो रहा है. ईज आफ लिविंग के सभी मानकों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं इन क्षेत्रों में विकसित की जाएंगी.
यूपी एससीआर के दायरे में 28 हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र आएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि एससीआर बनने से राजधानी लखनऊ के इंफ्रास्ट्रक्चर पर जनसंख्या दबाव घटेगा.
एससीआर में शामिल शहरों के बीच ट्रैफिक सिस्टम ठीक होगा. बसों और अन्य परिवहन सेवाओं को अपग्रेड करके कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी.
मेट्रो परियोजना के विस्तार की संभावनाएं तलाशने के साथ कानपुर और लखनऊ एयरपोर्ट को विकसित किया जाएगा.
इन जिलों में बिजली, पेयजल, सीवेज ट्रीटमेंट जैसी अन्य बुनियादी सुविधाओं का दायरा बढ़ेगा. पाइप लाइन से वाटर सप्लाई का दायरा बढ़ेगा.
इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ लॉजिस्टिक हब, कपड़ा, चमड़ा जैसे उद्योगों के स्पेशल इंडस्ट्रियल जोन को बेहतर बनाकर रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा. निजी कंपनियों का निवेश इससे बढ़ने की उम्मीद है.