रेल मंत्रालय की ओर से स्टेशन मास्टर के पदों पर हर साल RRB NTPC एग्जाम के जरिये भर्ती की जाती है
ASM यानी सहायक स्टेशन मास्टर) का पद अब बदल कर स्टेशन मास्टर( Station Master) हो गया है.वो स्टेशन में ट्रेनों के परिचालन संबंधी सभी कार्यों के लिए प्रमुख तौर पर जिम्मेदारी संभालता है.
रेलवे स्टेशन पर चार स्टेशन मास्टर होते हैं. ये स्टेशन मास्टर शिफ्ट के तौर पर काम करते हैं. स्टेशन मास्टर का काम होता है कि बिना किसी दिक्कत के स्टेशन पर से ट्रेनों की आवाजाही जारी रखें.
भारतीय रेलवे में एक स्टेशन मास्टर की बेसिक सैलरी 35,400 रुपये है. डीए-टीपीए, एचआरए के अलावा कई और भत्ते भी मिलते हैं. शहरों की श्रेणी के हिसाब से आवासीय भत्ता मिलता है.
रेलवे स्टेशन मास्टर को मुफ्त ट्रेन यात्रा के लिए भी सुविधा मिलती है. ट्रेन में यात्रा के पास उसे जारी होते हैं. एक स्टेशन मास्टर को 70 से 80 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलता है.
स्टेशन मास्टर को कई तरह के भत्तों का लाभ मिलता है. नाइट ड्यूटी अलाउंस, ओवरटाइम अलाउंस और यात्रा भत्ता भी स्टेशन मास्टर को दिया जाता है.
स्टेशन मास्टर का काम होता है कि बिना किसी अवरोध के अपने स्टेशन पर से ट्रेनों की आवाजाही का ध्यान रखें
डीए 4,248 रुपये, टीपीए 1800 रुपये, डीए टीपीए 90 रुपये, एचआरए एक्स क्लास सिटी 8496 , वाई क्लास सिटी के लिए 5664 और जेड क्लास सिटी के लिए 2832 CGHS 30, व्यावसायिक कर 250 रुपये, कुल कटौती 3997 रुपये. ग्रॉस सैलरी एक्स क्लास सिटी के लिए 50,255 रुपये होती है. कुल मिलाकर एक स्टेशन मास्टर को 70 से 80 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलता है.
एक स्टेश मास्टर को नाइट भत्ता तो मिलता ही है. इसके अलावा कई तरह के भत्तों का लाभ मिलता है.