मथुरा में मौजूद राधे श्याम अतिथि भवन ठहरने के लिए बेस्ट और सस्ती जगह है. जन्मस्थली से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी है. लगभग 550 रुपये में रुम बुक कर सकते हैं.
मथुरा जाकर आप वृन्दावन में कम खर्चे में ठहर सकते हैं. यहां ऐसे कई आश्रम है जहां आप 200 से 300 रुपये में रुम बुक कर सकते हैं. स्टेशन से आपको आसानी से कैब या टैक्सी मिल जाएंगे.
बालाजी आश्रम इस स्थान पर आप फ्री में ठहर सकते हैं. कहा जाता है कि जो भी यहां फ्री में ठहरना चाहता है उसे वॉलियंटर के रुप में काम करना होता है. यहां केवल ठहरने की जगह है. खाना के लिए बाहर जाना होता है.
मथुरा रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर मुस्कान गेस्ट हाउस मौजूद है. यहां ठहरने के लिए सस्ती और अच्छी जगह है. यहां ठहरने के लिए लगभग 400 के रुम मिल सकते हैं.
मथुरा के प्रसिद्ध द्वारिकाधीश मंदिर से कुछ ही दूरी पर मधुसूदन कृपा धर्मशाला मौजूद है. यहां ठहरने के लिए बेस्ट स्थान है. इस प्रसिद्ध धर्मशाला में अपने बजट अनुसार600, 800, 1200 तक रुम बुक कर सकते हैं.
श्री तिलकद्वार अग्रवाल धर्मशाला होली बस स्टैंड से कुछ ही दूरी पर है. यहां पर आपको सारी सुविधा मिल जाएंगी. वहीं इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से 173 किमी दूर यह धर्मशाला है.
मथुरा का एक नया मंदिर है इसका निर्माण लगभग 150 साल पहले भगवान कृष्ण के एक भक्त ने कराया था. यह मंदिर अद्भूत झूले के लिए जाना जाता है. इस मंदिर में भगवान कृष्ण को बिना मोर के पंख और बांसुरी के साथ दिखाया गया है.
राधा कुंड मथुरा का एक प्रसिद्ध स्थल है. राधा कुंड का इतिहास राधा और कृष्ण के प्रेम के बारे में बताता है. यह घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है.
मथुरा में स्थित यह बहुत ही पुराना किला है. भगवान कृष्ण के मामा कंस को समर्पित है. यमुना नदी के किनारे स्थित है.
मथुरा से 22 किमी दूर वृंदावन के पास स्थित है. यहां घूमने को लिए काफी पर्यटक आते हैं. इस जगह पर जाकर अद्भुत शांति मिलती है.