यदि पितृ नाराज हो जाएं तो पितरों को प्रसन्न के लिए पितृपक्ष के समय हर तरह के अनुष्ठान करने के बारे में बताया गया है जिससे पितृ दोष दूर होता है.
पितरों के आशीर्वाद से परेशानियों दूर होती है. सुख-समृद्धि घर में आती है. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से प्रारंभ हो रहे पितृपक्ष में पितर धरती पर आते हैं.
पितरों को प्रसन्न करने के लिए कुछ चमत्कारी मंत्रों का जाप करने के बारे में बताया गया है. आइए जानें पितृ मंत्र-
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ पितृ देवतायै नम:।
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव चनम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:
पितृ को प्रसन्न करने के मंत्र– ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्।
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