कन्नौज में सबसे सस्ता इत्र तो तैयार होता लेकिन दुनिया का सबसे महंगा इत्र भी यहीं पर बनाया जाता है जिसका नाम अदरऊद है.
अदरऊद असम की विशेष लकड़ी आसमाकीट से तैयार किया जाता है. इस इत्र के एक ग्राम के लिए 6 हजार रुपये तक कीमत चुकानी पड़ सकती है.
कारोबारी बताते हैं कि बाजार में अदरऊद की कीमत लाखों रुपये तक है. वहीं गुलाब से बनने वाला इत्र तीन लाख रुपये के करीब बिकता है.
कस्तूरी, चमेली, मेंहदी, कदम, केवड़ा, बेला, केसर, गेंदा, शमामा, शमाम-तूल-अंबर, मास्क-अंबर जैसे इत्र यहां बनाए जाते हैं जो 25 से लाखों रुपये की कीमत के होते हैं.
इत्र व्यापारी की माने तो अदरऊद एक ऐसी लकड़ी होती है जोकि बहुत ही हल्की होती है जिसमें एक अलग तरह का कीड़ा लगता है.
इसके बाद ही यह इतर बनाने के काम लाया जाता है. दुबई सहित गल्फ कंट्री में इसकी खूब बिकरी है.
इसकी कीमत 10 लाख रुपये किलो से लेकर 48 लाख रुपये किलो तक पहुंचती है. इसकी खुशबू एकदम अलग होती है.
अगर ऊद की बात करें तो ऊद सी, एम, ऊदगोल्ड, ऊद वाइट के साथ ही अगर ऊद की खुशबू बहुत ही तेज होती है.
इन खुशबुओं को शेख लोग अधिक पसंद करते हैं ऐसे में इसकी मांग गल्फ देशों में बहुत ज्यादा है.