जया किशोरी अपने विचारों को खुलकर अपने सुनने वालों के सामने रखती हैं. इसी तरह रिश्तों पर भी उन्होंने कई बातें कहीं.
जया किशोरी कई बार रिश्तों को निभाने उन्हें पहचानने के संबंध में लोगों को सलाह देती हैं.
जया किशोरी ने बताती हैं कि रिश्ते सच्चे व झूठे होते हैं. ये आप पर है किस रिश्ते का साथ आपको देना हैं.
जया किशोरी बताती हैं कि भगवान को दुख में हर कोई याद करता है लेकिन क्या सुख में याद किया.
रिश्ता भी ठीक उसी तरह से हैं. अगर कोई आपके साथ दुख में खड़ा है तो वो रिश्ता सच्चा है.
अपने बुरे समय में भी कई लोग अपनी अच्छाई सोचते हैं.
आपके साथ बुरे समय में कौन खड़ा है. दोस्त हो या रिश्तेदार उसे ही देखकर आप अपने सच्चे रिश्ते को पहचान कर सकेंगे.
रिश्ते को कैसे निभाना है ये सीखें. खुशी और मन से हर रिश्ते को निभाना चाहिए.
प्यार और भरोसा होना हर एक रिश्ते में बहुत जरूरी है.
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.