होली के त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. यह बिना गुझिया के पूरा नहीं होता है. कई लोग महीने भर पहले ही मावा या खोवे का ऑर्डर दे देते हैं.
त्योहारी सीजन में मिलावटी मावा भी आता है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है. आज हम आपको मिलावटी मावा और असली मावा की पहचान करने की ट्रिक बताएंगे.
असली मावा चिपचिपा नहीं होता है.
मावा या खोया को अपने अंगूठे के नाखूनों पर रगड़ें. अगर मावा शुद्ध है, तो इसमें देशी घी जैसी गंध होगी. साथ ही इसकी खुशबू लंबे समय तक रहेगी.
दो ग्राम मावा को 5 मिली गर्म पानी में घोल लें. इसे ठंडा होने दें. इसके बाद आयोडीन सॉल्यूशन डालें. अगर मावे का रंग नीला हो जाए तो यह मिलावटी है.
मावे में थोड़ी चीनी डालकर गरम करने पर अगर यह पानी छोड़ने लगे तो मावा मिलावटी है.
मावा को चखकर भी पता लगा सकते हैं. अगर खोया असली है तो खाने पर कच्चे दूध जैसा होगा और मुंह में चिपकेगा नहीं. जबकि मिलावटी मावा मुंह में चिपकेगा.
मिलावटी मावा को भूनने के लिए पानी में डालकर फेंटने से वह दानेदार टुकडों में अलग हो जाएगा.
हथेली पर मावे की गोली बना लें. अगर गोली में दरार आने लगे या वह फटने लगे, तो समझ लें मावा मिलावटी है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.