उत्तर प्रदेश को अब तक कई एक्सप्रेसवे की सौगात मिल चुकी है. प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल लगातार फैल रहा है.
उत्तर प्रदेश के सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे इस साल के आखिर तक शुरू हो जाएगा. ये यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा. यूपी में पश्चिम, बुंदेलखंड से लेकर पूर्वांचल तक 4 नए लिंक एक्सप्रेस वे बनेंगे.
यूपी में करीब 594 किलोमीटर लंबे मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे के पहले चरण के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. गंगा एक्सप्रेसवे को 1047 किलोमीटर तक विकसित किया जाना है.
मेरठ के बिजौली गांव से प्रयागराज के जुदापुर डंडू गांव तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. गंगा एक्सप्रेसवे के बलिया तक विस्तार के सर्वे की प्रक्रिया भी चल रही है.
इसके अलावा इसका फायदा जनपद हापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर तहसील को भी होगा. यहां के किसानों को इसका फायदा होगा.
हापुड़ जिले की गढ़मुक्तेश्वर तहसील के बहादुरगढ़ क्षेत्र से गुजर रहे गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा स्थापित किया जाएगा.
औद्योगिक गलियारा स्थापित होने से यहां के लोगों को हर तरह से फायदा होगा. कई गांव इससे जुड़ जाएंगे.
गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़ शहर के बाहर बसा एक शहर है.यह तहसील, उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले में आती है.
औद्योगिक गलियारा के लिए कार्य तेजी से चल रहा है. औद्योगिक गलियारा के लिए चार गांव के करीब 400 किसानों से जमीन ली गई है.
गढ़मुक्तेश्वर, दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पर स्थित है. यह मेरठ से 42 किलोमीटर दूर है और गंगा नदी के दाहिने किनारे बसा है
गढ़मुक्तेश्वर में गंगा मंदिर, नक्का कुआं, जामा मस्जिद, मीरा बाई की रेती जैसे दर्शनीय स्थल हैं. गढ़मुक्तेश्वर को मिनी वाराणसी कहा जाता है.
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