ट्रेन में चाय-बिस्कुट से लेकर अंडा चिकन बिरयानी तक फ्री, जान गए रेलवे के ये नियम तो मौज में कटेगा सफर

Amitesh Pandey
Dec 22, 2024

ट्रेनों की लेटलतीफी

ठंड का सीजन शुरू हो गया है. कोहरे और ठंड के चलते ट्रेनें अक्‍सर लेट हो जाती हैं. ऐसे में यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है.

रेलवे के नियम

इन यात्रियों के लिए रेलवे खास सुविधा प्रदान करता है. हालांकि, रेलवे के इस नियम से लोग कम ही जानते हैं.

फ्री खाना मिलेगा

भारतीय रेलवे के नियमों में ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मुफ्त खाना देने की व्यवस्था की है. इसका लाभ उठा सकते हैं.

तीन घंटे लेट

रेलवे के मुताबिक, अगर आप राजधानी या शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं और आपकी ट्रेन 3 घंटे या उससे ज्यादा देरी से चलती है.

मुफ्त में खाना

ऐसे में भारतीय रेलवे की तरफ से यात्रियों को मुफ्त खाना दिया जाता है. इसके लिए यात्रियों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है.

शिकायत करें

अगर इस नियम का पालन नहीं होता है तो आप इसकी शिकायत रेलवे के पास कर सकते हैं. रेलवे इसका तुरंत संज्ञान लेगा.

ये चीजें मिलती हैं खाने में

ट्रेन जब 3 घंटे से ज्यादा लेट हो जाती है तो ऐसे में यात्रियों को बिस्कुट, चाय/कॉफी, दूध क्रीम पाउच, नाश्ता आदि चीजें दी जाती हैं.

नाश्‍ता और खाना

इसमें हल्का नाश्ता और हल्का खाना भी होता है. अगर आपकी ट्रेन लेट हो तो आपको इस बारे में पता होना चाहिए और आप ट्रेन में मौजूद अधिकारी से इसकी मांग कर सकते हैं.

फूड स्‍टॉल

आप जिस ट्रेन से सफर कर रहे हैं और अगर किसी कारण वो लेट हो जाती है तो ऐसे में रेलवे स्टेशन पर मौजूद फूड स्टॉल को ज्यादा देर तक खोला जाता है.

आरपीएफ जवानों की तैनाती

ऐसा इसलिए ताकि यात्रियों को खाने-पीने का सामान मिल सके. साथ ही अतिरिक्त आरपीएफ जवानों की तैनाती भी की जाती है ताकि यात्रियों को दिक्कत न हो।

शाकाहारी और मांसाहारी

इतना ही नहीं यात्री शाकाहारी ओर मांसाहारी विकल्‍पों में से भी चुन सकते हैं. ऐसे में ट्रेन के देर से चलने में यात्रियों को फायदा जरूर मिलेगा.

लेट होने पर

बता दें कि दुरंतो, राजधानी, शताब्‍दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में ही यह नियम लागू किया है. ये ट्रेनें कम ही लेट होती हैं.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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