प्रकाश पाण्डेय/मऊ: लाचारी और बेबसी इंसान को कहां तक पहुंचा सकती है इसका अंदाजा इस शख्स से लगाया जा सकता है. मऊ के दादनपुर के रहने वाले गुलाबचंद्र जैसी बेबसी शायद ही किसी ने देखी हो. पत्नी बीमारी हुई तो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. पैसों के अभाव में इलाज भी नहीं हो सका और पत्नी की मौत हो गई. शव 50 किलोमीटर दूर घर ले जाने के लिए पैसे नहीं मिले तो ठेले में पत्नी की डेड बॉडी रख गांव पहुंच गए. गुलाबचंद्र की बेबसी और लाचारी के आगे मानवता भी शून्य हो गई. मदद को कोई नहीं मिला तो यूपी पुलिस शव का अंतिम संस्कार करने के लिए अब आगे आई है. गुलाबचंद्र की बेबसी की कहानी सुनकर आपकी रूंट कांप जाएगी...