International Sex Workers Day 2022 : फिल्म गंगुबाई में आलिया भट्ट का डायलॉग है कि हमारे बिना तो स्वर्ग भी नहीं चलता. पौराणिक कथाओं और किवदंतीयों ने भी यही कहा की स्वर्ग में इन्हें मनोरंजन का एक जरिया माना गया. मुगलों के सम्राज्य में भी इनकी उपस्थिती थी और लगभग हर राज दरबार में भी. स्वर्ग लेकर आजतक जिन्होंने दुसरों की खुशियों के अपना तन और मन समर्पित किया उन्हें वैश्या यौनकर्मी, प्रॉस्टिट्यूट, सेक्सवर्कर और न जाने किन किन नामों से पुकारा जाता है. दोस्तों के बीच इन नामों को तेजी से तो वहीं परिवार और भरे समाज में बेहद धीमी आवाज में धीमे आवाज में इसलिए क्योंकि अगर किसी ने सुन लिया तो बेइज्जती हो जाएगी.. बंद कमरे में जिनकी यौवन को खरीदकर खुद को खुश करने वाले लोग जिनका नाम भी लेने में बे-इज्जत होता महसूस करते हैं. ऐसी ही यौनकर्मियों को समर्पित है 2 जुन का ये दिन. भारत ही नहीं बल्कि पूरे देश में इस दिन सेक्स वर्कर्स यानी यौनकर्मियों के अधिकारों के बारे में जागरुकता फैलाने और उन्हें सम्मान दिलाने के हवाई वादों के साथ इंटरनेशनल सेक्स वर्कर्स डे यानी कि अंतराष्ट्रीय यौनकर्मी दिन मनाया जाता है. जानक्वेरी के आज के इस अंक में हम आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे जिसे जानना हर कोई चाहता है पर पूछने में शर्म आती होगी...