हापुड़ के रहने वाले देशभक्त नौजवान अभिषेक गौतम ने बताया कि वह लेह लद्दाख राइड पर गया था. जहां से उसमें देशभक्ति की भावना जागी और उसने कारगिल में शहीद हुए जवानों की वीर गाथाओं को पढ़ा. यहीं से उसने उन जवानों के परिवारों के करीब जाने की सोची और इसके लिए उसने सबसे पहले कारगिल में शहीद हुए 559 जवानों के नाम एक शहीद स्तंभ के साथ अपने शरीर पर गुदवा लिए.