Ram Mandir: कामेश्वर चौपाल को राम मंदिर के शिलान्यास में पहली ईंट रखने का मौका मिला. बचपन से ही उनकी पहचान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में रही. 1984 में रामजन्मभूमि के विषय पर जब दिल्ली के विज्ञान भवन में पहली धर्म संसद हुई, तो उनकी उम्र 30-35 वर्ष रही होगी. इसके बाद 1984 में ही जनकपुर से पहली यात्रा निकाली गई जिसमें कामेश्वर चौपाल भी शामिल हुए थे. 1989 में इन्होंने राम मंदिर की शिला रखी थी. राम मंदिर के लिए संघर्ष की पूरी कहानी उन्ही के जुबानी सुनिए.