वाराणसी के कुल 75 गांव एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे. इसमें सदर तहसील के 53 और 22 गांव पिंडरा तहसील के हैं. एक्सप्रेस-वे बन जाने से यहां के लोगों को फायदा मिलेगा.
पिंडरा तहसील के परानापुर, आराजी चंद्रावती, रैपुरा, गुरवट, कनकपुर तिवारीपुर, रामदत्तपुर, करोमा, गहरवारपुर, दुनियापुर, भटौली, सुरवां, गोकुलपुर, पच्छिमपुर, पूरबपुर, खानपट्टी, पयागपुर, पलिया शम्भूपुर, पुवारी खुर्द, हरदासपुर, नोनौटी, लुच्चेपुर, सराय काजी, गड़वा, पट्टी जमन पयागपुर, पांडेयपुर व रामपुर गांव शामिल हैं.
सदर तहसील पांडेयपुर, रजवारी, रखौना खजुरी, कल्लीपुर, नागेपुर, बेनीपुर, मेहदीगंज, हरसोस, दिनदासपुर, परमन्दापुर, सरौनी, राखी, कुरसातो, रामकिशुनपुर, भटौली, सिहोरवा, तलुवा, काशीपुर, पृथ्वीपुर, खेवली, भतसार, मरूई, आयर, सरईयां, सुलेमापुर, भटपुरवा कला, भैटौली, कोहासी, गोसाईपुर मोहांव, रौनाकलां, रौनाखुर्द, टेकारी, हडिय़ाडीह, बर्थरा खुर्द, अजांव, हरवंशपुर, गरथौली, कौवापुर, बहरामपुर, बिरनाथीपुर, ऊगापुर, धौरहरा, कुरेसिया, भगवानपुर खुर्द, सरैया, डेंगरूपुर, धौरहरा व रसूलपुर को चिह्नित किया गया है.
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज के बीच बन रहा है. यह एक्सप्रेसवे करीब 594 किलोमीटर लंबा है. गंगा एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं.
दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेस-वे का विस्तार वाराणसी और गाजीपुर होकर बलिया तक किया जाएगा. 350 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
गंगा एक्सप्रेस-वे योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. दिसंबर तक मेरठ में गंगा एक्सप्रेस- का काम पूरा होने की उम्मीद है.
2025 प्रयागराज कुंभ मेले से पहले इसे पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं.
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज के बीच किया जा रहा है, जो करीब 594 किलोमीटर लंबा है. एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से प्रयागराज तक का सफर महज 6 घंटें में पूरा होगा. अभी इसमें 11 घंटे से ज्यादा समय लगता है.
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ के बाद प्रयागराज में पूरा होगा.
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