उत्तर प्रदेश से बिहार आने जाने का रास्ता और आसान होने वाला है. वाराणसी से पटना ही नहीं बल्कि कोलकाता तक का सफर आसान होने वाला है.
पटना-आरा-सासाराम फोरलेन ग्रीनफील्ड एनएच 119 ए को वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से जोड़ने की तैयारी की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पटना-आरा-सासाराम फोरलेन ग्रीनफील्ड एनएच 119 ए को वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम इसी साल मई 2025 तक शुरू हो सकता है.
जानकारी के मुतबिक इस ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे एनएच-119ए के राज्य सरकार के अनुरोध पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने डीपीआर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.
ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे का विस्तार होने से बिहार के रोहतास, भोजपुर से लेकर पटना, सासाराम और वाराणसी के साथ कोलकाता को भी फायदा मिलेगा. यही नहीं दिल्ली और लखनऊ की राह भी आसान होगी.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नेशनल हाईवे एनएच-119ए के विस्तार का काम इसी साल मई में शुरू हो सकता है. जिसके साल 2028 तक पूरा किए जाने की संभावना है.
हाईवे के विस्तार के लिए टेंडर भी निकाल दिया गया है. जो एजेंसी का इसका निर्माण करेगी. उसे ढाई साल में इसके निर्माण कार्य को पूरा करना होगा. इसके अलावा 15 साल तक देखरेख का भी जिम्मा लेना होगा.
गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, प्रयागराज, लखनऊ और दिल्ली से आने वाले वाहन इसी रास्ते चंदौली होते हुए बिहार, झारखंड और बंगाल तक जा सकेंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते साल 23 फरवरी 2024 को इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. लेकिन एनजीटी की आपत्ति की वजह से काम शुरू नहीं पाया.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.