Shahjahanpur news: परिजन प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से शव को भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं.फिलहाल पुलिस भी लगातार विदेश मंत्रालय से परिवार की मदद की मांग कर रही है.
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शाहजहांपुर: शाहजहांपुर की रहने वाली एक बूढ़ी मां ने अपने तमाम सपनों के साथ इंजीनियर बेटे को सऊदी अरब भेजा था. लेकिन उसकी मौत की खबर ने मां के कलेजे को टुकड़े-टुकड़े कर दिया. बेटे का शव सऊदी अरब में पिछले 7 महीने से रखा हुआ है. कागजी कार्रवाई ना होने की वजह से बूढ़ी मां की आंखें पथरा गई हैं. अब परिजन प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से शव को भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं.फिलहाल पुलिस भी लगातार विदेश मंत्रालय से परिवार की मदद की मांग कर रही है.
दरअसल चौक कोतवाली क्षेत्र के किला इलाके के रहने वाले मोहम्मद आलम ने कंप्यूटर से बीटेक किया था. इसके बाद उन्होंने अपनी मां मरियम बेगम से विदेश में नौकरी करने की ख्वाहिश जाहिर की थी. बेटा छोटा था तो मां ने उसे विदेश भेजने से इनकार कर दिया. लेकिन विदेश जाने की जिद ने मां को मना लिया. इसके बाद मोहम्मद आलम 2013 में सऊदी अरब के जेद्दा की एक फर्म में नौकरी करने लगे. 2021 में वह छुट्टी लेकर घर आया था. लेकिन मैंने इस बार उसे जाने से मना कर दिया. बेटे ने आखिरी बार जाने की बात कह कर सऊदी अरब के लिए एक बार फिर से उड़ान भरी.
30 मार्च 2022 को सऊदी अरब में मोहम्मद आलम खान की अचानक मौत हो गई. सऊदी अरब एंबेसी ने 30 अगस्त 2022 को भारतीय दूतावास को उसके परिजनों को उसकी मौत की खबर देने की सूचना दी. इसके अलावा परिजनों की सहमति पत्र भी मांगा कि वह शव को वापस लाना चाहते हैं या सऊदी अरब में ही उसका अंतिम संस्कार करवाना चाहते हैं. मृतक के भाई का कहना है कि कागजी कार्रवाई न होने की वजह से उसके भाई का शव घर नहीं पहुंचा है. मां की उम्र 70 साल हो चुकी है और वह अपने बेटे का चेहरा आखिरी बार देखना चाहती हैं.
बेटे की लाश सऊदी अरब में पोस्टमार्टम के बाद संरक्षित करके रखी गई है. वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर पर भरोसा है कि अगर सरकार कोशिश करेगी तो उनके भाई की लाश हिंदुस्तान की सरजमीं पर आ सकती है. क्योंकि उसके भाई की लाश सिर्फ कागजी कार्रवाई पूरी ना होने की वजह से नहीं आ पा रही है.
पीड़ित परिवार का दुख देखकर पुलिस के अधिकारी भी लगातार सऊदी अरब एंबेसी के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. परिवार की हर बात लगातार एंबेसी तक लिखा-पढ़ी करके पहुंचा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि शव को भारत भेजने या उसका अंतिम संस्कार सऊदी अरब में करने का फैसला सऊदी अरब सरकार लेगी. लेकिन पुलिस यहां से लगातार मदद करती रहेगी.