स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान अब उनकी ही पार्टी के नेताओं के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है. यही वजह है कि सपा के सीनियर नेता शिवपाल यादव ने न सिर्फ उनके बयान से किनारा किया है बल्कि राम और कृष्ण को आदर्श बताया है.
Trending Photos
अन्नू चौरसिया/इटावा : समाजवादी पार्टी की ओर से स्वामी प्रसाद मौर्या के रामचरित मानस वाले बयान पर पहली बार प्रतिक्रिया आई है. शिवपाल यादह ने कहा है कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है. पार्टी का कोई बयान नहीं. मंगलवार को शिवपाल इटावा चौगुर्जी आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद का निजी बयान यह पार्टी का बयान नहीं है. हम लोग भगवान राम और कृष्ण के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं और चल रहे हैं. क्या भाजपा के लोग भगवान राम के आदर्शों पर चल रहे हैं. भगवान कभी झूठ नहीं बोलते यह लोग भगवान राम को ही बेच रहे हैं.
वहीं केशव प्रसाद मौर्य को लेकर कहा कि बड़बोले हैं हमारे क्षेत्र में आए थे. क्षेत्र के लोगों ने सबक सिखाया जिस तरह से मैनपुरी में बड़बोले लोगों को सबक सिखाया आगे बताएंगे कि चुनाव कैसे लड़ा जाता है. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर अंदर खाने तीखी प्रतिक्रिया आई है.
यह भी पढ़ें: यूपी के 4 वीर सपूतों के नाम से जाने जाएंगे अंडमान के द्वीप समूह, पीएम मोदी ने किया नामकरण
सपा में भी नाराजगी के स्वर
खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मुद्दे में नाराज बताए जा रहे हैं. ऐसे में सपा नेतृत्व जल्द ही इस मुद्दे पर कोई बड़ा निर्णय ले सकता है. सपा के विधानमंडल के सचेतक और वरिष्ठ विधायक मनोज पांडे ने कहा है कि राम चरितमानस में सभी जातियों को सम्मान की बात है. इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने राम चरित मानस में कुछ जातियों के अपमान की बात कहकर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की थी. उन्होंने कुछ जातियों के खिलाफ भी अनर्गल बात की थी. मौर्य के इस बयान पर काफी बवाल मचा था.
WATCH: जानें कौन हैं इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि, कैसे होता है इनका चुनाव