PM Modi in Gorakhpur : पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर पहुंच चुके हैं. यहां गीता प्रेस के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी का यहां वैदिक मंत्रोंचार के साथ जोरदार स्वागत किया गया.
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PM Modi in Gorakhpur : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर पहुंचे और यहां गीता प्रेस के शताब्दी समारोह में शामिल हुए. पीएम मोदी ने यहां गीता प्रेस के आलोचकों को करारा जवाब दिया. गीता प्रेस गोरखपुर को प्रधानमंत्री ने एक भारत श्रेष्ठ भारत का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बताया. गौरतलब है कि गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार के ऐलान पर कांग्रेस समेत कई विरोधी दलों ने निशाना साधा था. कांग्रेस ने इसे गोडसे और सावरकर को सम्मान देने जैसा बताया था.
गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार भी दिया है. गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक जुड़ाव था. एक समय में गांधी जी कल्याण पत्रिका के माध्यम से गीता प्रेस के लिए लिखा करते थे. मुझे बताया गया कि गांधी जी ने ही सुझाव दिया था कि कल्याण पत्रिका में विज्ञापन न छापे जाएं. कल्याण पत्रिका आज भी गांधी जी के सुझाव का शत प्रतिशत अनुसरण कर रही है. इससे पहले पीएम मोदी का वैदिक मंत्रोचार के साथ जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने शिव महापुराण पुस्तक का नेपाली भाषा में विमोचन भी किया. पीएम के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे.
पिछले 75 साल में गीता प्रेस में कोई पीएम नहीं आया
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज आस्था और विरासत को नई पहचान मिली है. कल्याणकारी योजनाओं को भारत आगे बढ़ा रहा है. सीएम ने कहा कि गीता प्रेस की सौ वर्ष की यात्रा शानदार रही है. गीता प्रेस भारत की मूल आत्मा को झकझोरता रहा है. पिछले 75 सालों में गीता प्रेस में कोई पीएम नहीं आया.
गीता प्रेस एक प्रेस नहीं बल्कि आस्था है : पीएम मोदी
इसके बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान मोदी ने कहा कि संतो की तपास्थली है गीता प्रेस. गीता प्रेस करोड़ों लोगों के लिए मंदिर है. गीता प्रेस एक प्रेस नहीं बल्कि आस्था है. मंदिर की तरह ही गीता प्रेस में आस्था है.
गीता और रामायण के बिना नहीं चल सकता समाज
पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था गीता प्रेस के लिए गांधी जी भी लिखा करते थे. गीता प्रेस भारत को जोड़ती है. गीता प्रेस पूरी मानवता को मार्गदर्शन कर रहा. गीता प्रेस एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतिनिधित्व करता है. मुझे खुशी है कि गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिया गया. उन्होंने कहा कि गीता और रामायण के बिना हमारा समाज नहीं चल सकता. पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता से निकलने का वक्त है.
विदेशी आक्रांताओं ने पुस्तकालय जलाया
पीएम मोदी ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने हमारे पुस्तकालय को जलाया था, अंग्रेजों के समय में गुरुकुल, गुरु परंपरा को नष्ट कर दिया था, हमारे पूज्य ग्रंथ गायब होने लगे थे, जो प्रिंटिंग प्रेस भारत में थे वह महंगी कीमतों के कारण सामान्य लोगों की पहुंच के बाहर थे. ऐसे में गीता प्रेस संतों की तपोस्थली बना और धर्म के प्रचार प्रसार का माध्यम बना.
सीएम योगी ने कहा- गीता प्रेस अपनी 100 वर्ष की शानदार यात्रा लेकर आगे बढ़ा है, इस 100 वर्षों की शानदार यात्रा में विगत 75 वर्षों में कोई पीएम आज तक गीता प्रेस में नहीं आए क्योंकि गीता प्रेस भारत की मूल आत्मा को जागृत करने का काम किया है.#CMYogi #GeetaPress #PMModi pic.twitter.com/418f3BDRNx
— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) July 7, 2023