राम नगरी अयोध्या में चल रहे रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर करोड़ों राम भक्तों के लिए खुशखबरी है. आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण का कार्य बहुत ही तेजी से चल रहा है. राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण वैदिक और धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है.
आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण के काम में तकरीबन 300 कारीगर और इंजीनियर दो शिफ्टों में लगे हुए हैं. खास निगरानी में चरणबद्ध ढंग से काम चल रहा है.
आपको बता दें कि मंदिर के 7 लेयर में प्लिंथ का काम पूरा हो चुका है. अब कारीगर गर्भगृह को आकार देने के काम में लगे हुए हैं.
गर्भगृह में अब तक वंशीपहाड़पुर के लगभग 400 गुलाबी पत्थर बिछाए जा चुके हैं. इसके अलावा शिलाओं पर नक्काशी का काम तेजी से चल रहा है.
आपको बता दें कि जल्द ही राम मंदिर के स्तंभों को भी जोड़ने का काम शुरू हो जाएगा.
आपको बता दें कि गर्भगृह का महापीठ बनकर तैयार है. इसके अलावा गूढ़ मंडप का काम भी अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है.
इसके बाद और तेज गति से काम होगा, जिसके तहत नृत्य मंडप को आकार देने का काम भी जल्द शुरू होगा.
चरणबद्ध तरीके से मुख्य मंदिर की दीवारें, स्तंभ और अन्य खंडों को स्ट्रक्चर के ड्राइंग के अनुसार जोड़ा जाएगा.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिसंबर 2023 तक गर्भगृह का निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य बनाया है.
राम भक्तों की आस्था का प्रतीक राम मंदिर सदियों तक विद्यमान रहे इसके लिए नींव निर्माण में भारत की 8 तकनीकी एजेंसियों से मदद ली गई है. ताकि किसी भी तरह की कोई कमी न हो. बता दें कि मंदिर की प्लिंथ को बनाने में लगभग 7 माह का समय लगा है.
आपको बता दें कि मंदिर में लग रहे पत्थर राजस्थान से तराशकर लाए जा रहे हैं. इसके अलावा अयोध्या के रामसेवकपुरम कार्यशाला में गर्भगृह की बीम के पत्थरों को तराशा जा रहा है.
आपको बता दें कि राममंदिर निर्माण का भूमि पूजन 5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था. करोड़ों भक्तों की आस्था का प्रतीक यह मंदिर कब तक बनकर तैयार होता है यह देखना होगा. सभी को उस शुभ दिन का इंतजार है. बनने के बाद मंदिर कुछ ऐसा दिखेगा.