Up Nikay Chunav: निकाय चुनाव में प्रचार से कुछ दिग्गजों ने किया किनारा, कौन बना रेफरी कौन प्लेयर?
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Up Nikay Chunav: निकाय चुनाव में प्रचार से कुछ दिग्गजों ने किया किनारा, कौन बना रेफरी कौन प्लेयर?

Up Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसके तहत यूपी के तमाम सियासी दलों में हलचल तेज है. इन सबके बीच कुछ बड़े नेताओं ने यूपी निकाय चुनाव में प्रचार अभियान से किनारा कर लिया है.

Nagar Nigam Election 2023 in UP

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसके तहत यूपी के तमाम सियासी दलों में हलचल तेज है. दरअसल, प्रथम चरण का नामांकन खत्म हो चुका है. वहीं, दूसरे चरण का नामांकन जारी है. इन सबके बीच बड़े नेताओं द्वारा यूपी निकाय चुनाव में प्रचार अभियान के लेकर तस्वीर साफ होने लगी है. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य विपक्षी दल भी पूरे दमखम के साथ दिखाई दे रहे हैं. वहीं, कुछ पार्टी के आलाकमान ने चुनाव प्रचार से किनारा कर लिया है, तो वहीं कुछ नेता मैदान में उतरकर प्रचार के लिए तैयार हैं. आइए बताते हैं पूरा मामला.

आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती नगर निकाय चुनाव प्रचार अभियान से दूर रहेंगी. बहन मायावती किसी भी जिले में रैली नहीं करेंगी. उनकी जगह प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल और पार्टी कोऑर्डिनेटर्स पर निकाय चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है. जानकारी के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी ने निकाय चुनाव 2023 में प्रदेश के नगर निगमों में महापौर पद पर 60 प्रतिशत मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं. इस पूरे चुनाव में मायावती चुनावी वॉर रूम बनाकर मॉनिटरिंग करेंगी. बता दें कि केवल मायावती ही नहीं बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी किसी भी रैली में शामिल नहीं होंगे.

वहीं, अगर हम भारतीय जनता पार्टी की बात करें, तो लखनऊ नगर निगम और बड़ी पालिका वाले शहरों में सीएम योगी की सभाएं होंगी. जानकारी के मुताबिक यूपी भाजपा ने पार्टी नेताओं के चुनावी सभा के कार्यक्रम 20 अप्रैल के बाद तैयार करेगी. जानकारी के मुताबिक दोनों डिप्टी सीएम, राष्ट्रीय पदाधिकारी और केंद्रीय मंत्री भी रैली करेंगे. प्रचार के दौरान चुनावी सभाओं में कानून व्यवस्था, शहरी विकास, इन्वेस्टर सम्मिट, रोजगार, पिछड़े दलितों का हक और अधिकार प्रमुख मुद्दा रह सकता है. इसके अलावा बागी नेताओं को पार्टी के पदाधिकारी, सरकार और संगठन में समायोजित किया जा सकता है. 

वहीं, समाजवादी पार्टी भी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान के बाद जीत की रणनीति बनाने में जुट गई है. दरअसल, बीते दिनों मऊ और दादरी में सपा ने बसपा के दो मुस्लिम चेहरों को अपने पाले में कर लिया. वहीं, अगर चुनाव प्रचार की बात करें तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कमान संभाली है. खास बात ये है कि विधानसभा चुनाव के समय सपा में शामिल होने वाले देश के सबसे लंबे आदमी धर्मेंद्र प्रताप सिंह भी सपा से पार्षदी के दावेदार हैं. 8 फिट 2 इंच लंबे धर्मेंद्र लखनऊ के न्यू हैदरगंज वार्ड नंबर 39 से चुनावी मैदान में हैं.

आपको बता दें कि निकाय चुनाव में लखनऊ नगर निगम और बड़ी पालिका वाले शहरों में सीएम योगी की सभाएं होंगी. इसके अलावा कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भारी डिमांड है. वह कर्नाटक में ताबड़तोड़ 36 रैलियां करेंगे. इससे पहले पूर्वोत्तर में त्रिपुरा और पश्चिम में गुजरात की चुनावी रैलियों में सीएम योगी की भारी डिमांड थी.

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