Moradabad: बेटी होने पर ससुराल वालों ने बढ़ाई दहेज की मांग, मांग पूरी न होने पर दिया तीन तलाक
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Moradabad: बेटी होने पर ससुराल वालों ने बढ़ाई दहेज की मांग, मांग पूरी न होने पर दिया तीन तलाक

UP News: मुरादाबाद में बेटी होने से नाराज ससुरालियों ने की दहेज की मांग की. वहीं, मांग पूरी न होने पर पति ने 3 तलाक दे दिया. आइए पूरा मामला...

Moradabad: बेटी होने पर ससुराल वालों ने बढ़ाई दहेज की मांग, मांग पूरी न होने पर दिया तीन तलाक

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुरादाबाद (Moradabad) में तीन तलाक का मामला सामने आया है. मामला कुंदरकी थाना क्षेत्र का है, जहां एक महिला को बेटी को जन्म देने की इतनी बड़ी सजा मिली की दहेज लोभी ससुरालियों ने उसे से पहले कार व 1 लाख रुपए की मांग की और जब इसी बीच उसके बेटी हो गई तो दहेज़ की मांग की. जब मांग पूरी  नहीं हुई, तो पति से 3 तलाक कहलवा दिया. दहेज़ लोभी शौहर ने भी बिना सोचे समझे अपनी बेगम को तीन तलाक दे दिया.

इसके बाद किसी तरह पीड़िता ने अपने परिजनों को आप बीती सुनाई. वहीं, पीड़िता ने मुरादाबाद के कुंदरकी थाना में प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए मामले में आरोपी सात ससुरालियों, जिसमें पति आफ़ताब सहित, सास, 2 नन्द, 2 नन्दोई और देवर  के खिलाफ आईपीसी की धारा 498 ए, 323, 504, दहेज और मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम, 2019 की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. वहीं, पुलिस आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है.

तहरीर के मुताबिक प्रार्थिनी मौहल्ला नूरुल्ला कस्बा थाना कुन्दरकी जिला मुरादाबाद की निवासी है. जानकारी के मुताबिक उसका निकाह 17 मार्च साल 2020 को मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार आफताब आलम पुत्र छिददा निवासी ग्राम बाकीपुर थाना कुन्दरकी जिला मुरादाबाद के साथ कम्यूनिटि हाल कुन्दरकी में हुआ था. तब पीड़िता के मां-बाप ने अपनी हैसियत के मुताबिर  शादी में काफी सामान उपहार स्वरूप दिया था. मगर दिए गये सामान से पति आफताब आलम पुत्र छिददा सास रुखसाना पत्नी छिददा ननदे शबनम और मुकलेसीन पुत्रीगण छिददा, देवर मेहताब पुत्र छिददा व नन्दोई आसिफ व सरफराज खुश नहीं थे.

इसके बाद ससुराल के लोग उसे लगातार कम दहेज लाने का ताना मारते थे. वह दहेज में बोलेरो व एक लाख रुपये नकद की मांग करते थे. आरोप है कि दहेज न मिलने पर उसका मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया गया. इसके बाद 9 जनवरी साल 2021 को पीड़िता को एक बच्ची पैदा हुई. फिर सभी लोगों ने दहेज की मांग पूरी न हो पाने के कारण उसे और परेशान करना शुरू कर दिया. आए दिन उसके साथ गाली गलौच और मारपीट शुरु हो गई.  18 फरवरी साल  2023 को पति आफताब आलम ने सास ननदों और अन्य के कहने से पीड़िता को तीन तलाक दे दिया. इस मामले में पीड़िता ने मदद की गुहार लगाई है.

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