गांधी जयंती तक प्रदेश के स्कूलों में चलेगा स्वच्छता अभियान, सरकार की तैयारी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1875283

गांधी जयंती तक प्रदेश के स्कूलों में चलेगा स्वच्छता अभियान, सरकार की तैयारी

UP News: प्रदेश सरकार ने गांधी जयंती को लेकर विशेष तैयारी की है. सरकार ने 2 अक्टूबर तक चलेगा प्रदेश के स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में गहन स्वच्छता कार्यक्रम चलाने का फैसला लिया है. इस कार्यक्रम की थीम मेरा विद्यालय - स्वच्छ विद्यालय होगी. 

Gandhi jayanti (File Photo)

लखनऊ: गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में गहन स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसके तहत विद्यालयों में स्वच्छता के महत्व को प्रचारित करते हुए विद्यालय और समुदाय आधारित गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाएगा. इस कार्यक्रम की थीम मेरा विद्यालय - स्वच्छ विद्यालय होगी. इससे पहले योगी सरकार ने प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में 1-15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा भी आयोजित किया था, जो 2 अक्टूबर तक निरंतर जारी रहेगा. 

स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता को जन आंदोलन का रूप देने के उद्देश्य से हर साल 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी क्रम में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, भारत सरकार एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण एवं शहरी) द्वारा संयुक्त रूप से स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके अंतर्गत सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता की संकल्पना को ओर अधिक बल प्रदान करने के उद्देश्य से प्रस्तावित कार्यक्रम 'स्वच्छता ही सेवा' की थीम 'कचरा मुक्त भारत' (गार्बेज फ्री इंडिया) निर्धारित की गई है.

स्वच्छता शपथ का होगा आयोजन 
सभी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना सभा के बाद स्वच्छता शपथ का आयोजन किया जाएगा. इसमें सभी छात्र और शिक्षक हिस्सा लेंगे. स्कूलों, छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की मदद से बेकार और अपशिष्ट कचरे का निपटान किया जाएगा. बच्चों को अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में बताया जाएगा. इसके साथ ही सभी विद्यालयों, छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों में वृक्षारोपण किया जाएगा और बच्चों को प्राकृतिक संरक्षण के संबंध में भी अवगत कराया जाएगा. 

कचरा मुक्त भारत और अपशिष्ट प्रबंधन आदि पर छात्रों के लिए निबंध, स्लोगन, कविता लेखन, पेंटिंग, भाषण, प्रश्नोत्तरी, मॉडल बनाने, नाटक मंचन इत्यादि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. प्रतियोगिताओं में अव्वल आने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. सभी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों के माध्यम से ग्राम पंचायतों, नगर क्षेत्रों में स्वच्छता संदेशों के साथ ठोस और अपशिष्ट पृथक्करण के महत्व, एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) के विकल्प, स्वच्छता आधारित व्यवहार परिवर्तन के लिए समुदाय में जागरूकता रैलियों का आयोजन किया जाएगा.

यूपी में ही तैयार होगा इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा, यूपी सरकार ने दिग्गज कंपनी से मिलाया हाथ

स्वच्छता अभियान को बनाया जाएगा जन अभियान 

इसके अलावा सुबह की सभाओं में श्रमदान, स्वच्छता और सामुदायिक सेवा के महत्व पर शिक्षकों द्वारा छात्रों को जागरूक किया जाएगा. अभियान के दौरान जन प्रतिनिधियों, स्वच्छता पर कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, नेहरू युवा केंद्रों इत्यादि महत्वपूर्ण हितधारकों, संस्थाओं, व्यक्तियों का नेतृत्व एवं सहयोग प्राप्त किया जाएगा. स्वच्छता आधारित फिल्मों, पोस्टर, बैनर आदि आईसी मैटेरियल का प्रसारण किया जाएगा. इस महत्वपूर्ण अभियान को जन अभियान का रूप देने के उद्देश्य से कार्यक्रम का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा.

WATCH: इस राज्य के मदरसों में अब पढ़ाई जाएगी संस्कृत, 6 साल पहले उठी थी मांग

 

Trending news