कुंडली में मंगल दोष अथवा मांगलिक दोष मंगल ग्रह से बनने वाला दोष है.. मंगल दोष का विचार शादी-विवाह के संदर्भ में किया जाता है.. जिस किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष होता है ऐसे जातकों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.. कुंडली में मंगल दोष होने पर कर्ज का बोझ बढ़ता है एवं जमीन से संबंधित मामलों में परेशानियां आती हैं...
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Mangal Dosh Upay: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा गया है. मंगल को वीरता, शौर्य और साहस का प्रतीक माना जाता है. इसके साथ ही इसे विवाह, भवन व भूमि का कारक ग्रह भी माना गया है. यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है तो उसके विवाह (marriage) में कई तरह की रुकावटें आती हैं. जिसके कारण विवाह होने में देरी होती जाती है. ऐसे में यदि आपके कुडंली में मंगल दोष है तो आपको इस दोष को दूर करना बहुत जरूरी है. आइए जानते हैं मंगल दोष से मुक्ति के उपाय...
मांगलिक होने का कारण
कुंडली में जब मंगल प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में विराजमान हो तो व्यक्ति मांगलिक होता है.
प्रथम भाव व्यक्ति की सेहत
चुतर्थ भाव व्यक्ति की माता
सप्तम व्यक्ति के जीवन साथी
और अष्टम मृत्यु तुल्य कष्ट
द्दादश भाव जेल और हॉस्पिटल के खर्चे का होता है.
मांगलिक का विवाह मांगलिक से ही करें
अगर कोई जातक मांगलिक है और मंगल कारक होकर सप्तम भाव में शनि या किसी पाप ग्रह के साथ बैठा है तो भी मांगलिक का विवाह मांगलिक से ही करना चाहिए. प्रथम और चतुर्थ भाव के मांगलिक जातक को दांपत्य जीवन में बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना प ड़ता है. अगर जीवन साथी मांगलिक नहीं है तो कुछ नियमों के अंतर्गत मांगलिक दोष खत्म हो जाता है.
मंगल सूर्य से अस्त हो जाए तो मांगलिक दोष निष्क्रिय हो जाएगा मतलब उसका कोई प्रभाव नहीं होगा. अगर मंगल योग कारक है तो भी मांगलिक दोष खत्म हो जाता है. मंगल सप्तम भाव में मारक होकर भी बैठा है और सप्तम भाव का स्वामी मंगल केसाथ अपने घर में है तो मांगलिक दोष प्रभावहीन हो जाएगा.
नवम दृष्टि मंगल पर हो तो भी मांगलिक दोष खत्म हो जाता
मंगल गुरू के साथ बैठा है या गुरू की पंचम, सप्तम, नवम दृष्टि मंगल पर हो तो भी मांगलिक दोष खत्म हो जाता है. मंगल मेष या वृश्चिक राशि में हो, तो भी मांगलिक दोष खत्म हो जाता है. मंगल मकर राशि में हो तो मांगलिक दोष निरस्त हो जाता है. मंगल एक, दो,तीन डिग्री या 28 से 30 डिग्री का हो तो भी मंगल कमजोर होगा और मांगलिक दोष का नहीं होगा. अगर दूल्हा-दुल्हन में से कोई भी एक मांगलिक है और दूसरा नहीं है तथा कुंडली मिलाने पर 27 या ज्यादा गुण मिलते हैं तो भी मांगलिक दोष नहीं होता है.
मंगल दोष से मुक्ति के लिए इस दिन करें ये उपाय
हिंदू धर्म में हनुमान जी को संकट मोचन के नाम से जाना जाता है. धर्म शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि इंसान के जीवन में चाहे कितना बड़ा संकट क्यों न हो, यदि आप हनुमान जी का नाम लें लेंगे तो आपको इन दोषों से मुक्ति मिल जाएगी. ऐसे में यदि आपके कुंडली में मंगल दोष है, जिसके चलते विवाह में देरी हो रही है तो आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा के साथ मंगल ग्रह की पूजा करें. मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें.
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