Mahoba: अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो, ऐसा क्या गुनाह किया जो जीते जी हम मर गए?
Advertisement

Mahoba: अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो, ऐसा क्या गुनाह किया जो जीते जी हम मर गए?

Mahoba: यूपी के महोबा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां जीवित होते हुए भी एक दो नहीं, 5 बुजुर्गों को मृत घोषित कर दिया गया. अब वह गले में "मैं जिंदा हूं साहब" की दफ्ती लटकाकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. वो कह रहे हैं, ऐसा क्या गुनाह किया जो मर गए. 

Mahoba: अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो, ऐसा क्या गुनाह किया जो जीते जी हम मर गए?

राजेंद्र तिवारी/महोबा: आपने 'नाजायज' फिल्म का मशहूर गाना 'अभी जिंदा हूं तो जी लेने दो' जरूर सुना होगा. उस फिल्मी गाने की लाइनें यूपी में सरकारी सिस्टम की लापरवाही पर बिल्कुल सटीक बैठती है. यूपी के महोबा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां जीवित होते हुए भी एक दो नहीं, 5 बुजुर्गों को मृत घोषित कर दिया गया. अब वह गले में "मैं जिंदा हूं साहब" की दफ्ती लटकाकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. वो कह रहे हैं, ऐसा क्या गुनाह किया जो मर गए.  

जिंदा होने की तख्ती लगाए धूम रहे बुजुर्ग
दरअसल, ये पूरा मामला पंकज त्रिपाठी की फिल्म कागज जैसा है. जिसमें अभिनेता खुद को जिंदा साबित करने के लिए वो सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाते हैं. बता दें कि कबरई विकास खंड के पचपहरा गांव के रहने बाले पांच बुजुर्ग व्यक्ति गले में जिंदा होने की तख्ती अपने गले में लगाए धूम रहे हैं. वहीं, सरकारी सिस्टम को कोस रहे हैं.

Stray Dog Attacks: मौत नोंचती रही और असहाय खामोश बनी रही 10 वर्षीय लड़की, जानें पूरा मामला

वृद्धावस्था पेंशन धारक बुजुर्गों ने लगाए आरोप 
इन वृद्धावस्था पेंशन धारक बुजुर्गों का आरोप है कि गांव के पूर्व पंचायत सेकेट्री विक्रमादित्य ने रंजिश के चलते सरमन, गिरजरानी, कालिया, सुरजी, नन्दकिशोर और राकेश रानी के जिंदा होने के बावजूद सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित किया गया है.

जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे बुजुर्ग
आपको बता दें कि मृत दर्शाने के बाद इन गरीब असहाय बुजुर्गों को शासन की महत्वाकांक्षी वृद्ध पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इन पांच जिंदा लोगों में किसी के पास भी अपनी जीविका चलाने का साधन नही है. जिसके चलते आज सभी जिलाधिकारी कार्यालय पहुचे. उन्होंने गले मे तख्ती डालकर अपने जिंदा होने का सबूत डीएम को दिखाया. डीएम ने उन्हें जांच कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. 

Akhilesh Yadav ने दूध पर टैक्स को लेकर कहा,"संभल के दूध चढ़ाना, कहीं टैक्स के चक्कर में तुम भी जेल न चले जाओ"

इस मामले में डीएम ने दी जानकारी
इस मामले में जिलाधिकारी महोबा मनोज कुमार ने बताया कि कबरई विकासखंड के पचपहरा गांव के ग्रामीण आए थे. जिनका आरोप है, कि गांव में तैनात पूर्व पंचायत सेक्रेट्री विक्रमादित्य ने 6 ग्रामीणों का नाम वृद्धावस्था पेंशन लिस्ट से काट दिया. 

वहीं, सत्यापन रिपोर्ट में भी उन्हें मृत दर्शाया गया. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम और सीडीओ को जांच सौंपी गई है. रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पंचायत सेक्रेटरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्हें कहा कि बुजुर्ग ग्रामीणों को सरकार की महत्वाकांक्षी वृद्धावस्था पेंशन का लाभ भी मुहैया कराया जाएगा.

WATCH LIVE TV

Trending news