Lulu Mall Lucknow controversy: मॉल प्रशासन ने हिंदू कर्मचारियों की बहुलता को लेकर बकायदा आंकड़ें भी दिए हैं. वहीं, मॉल प्रशासन ने सभी धर्मों का आदर और सम्मान करते हुए कई दलीलें भी दी है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात को भी स्वीकारा है और लखनऊ (Lucknow) की जनता का आभार भी प्रकट किया है.
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लखनऊः उत्तर प्रदेश के लखनऊ का बहुचर्चित लुलु मॉल (Lulu Mall) में नमाज पढ़ने का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है.वहीं, हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) के पाठ के बाद एक अलग ही विवाद शुरू हो गया है. वहीं, इस विवाद को लेकर मॉल प्रशासन (Lulu Mall Management) सामने आया है. इस मामले में लुलु इंडिया शॉपिंग मॉल प्राइवेट लिमिटेड के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने सफाई देते हुए एक पत्र जारी किया है.
पत्र में कर्मचारियों की संख्या को लेकर सफाई देते हुए मॉल प्रशासन ने हिंदू कर्मचारियों की बहुलता को लेकर बकायदा आंकड़ें भी दिए हैं. वहीं, मॉल प्रशासन ने सभी धर्मों का आदर और सम्मान करते हुए कई दलीलें भी दी है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात को भी स्वीकारा है और लखनऊ (Lucknow) की जनता का आभार भी प्रकट किया है.
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लुलु मॉल के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने जारी किया पत्र
लुलु मॉल प्रबंधन ने इस मामले में पत्र जारी किया है. जारी किए गए इस पत्र में मॉल प्रशासन की तरफ से सफाई देते हुए लिखा है, "हम लखनऊ की जनता के आभारी हैं, जिन्होंने हमारे मॉल को इतना समर्थन दिया है. हम यह बताना चाहेंगे कि लुलु मॉल एक पूर्णतया व्यवसायिक प्रतिष्ठान है, जो बिना किसी जाति या वर्ग का भेद किए हुए व्यवसाय करता है. उपभोक्ता ही हमारे लिए सर्वोपरि है. हमारा प्रतिष्ठान शासन के नियमों के अंतर्गत निर्धारित मर्यादा में व्यवसाय करता है. हमारे यहां जो भी कर्मी हैं वह जाति मजहब के नाम पर नहीं, बल्कि अपनी कार्यकुशलता के आधार पर तथा मेरिट के आधार पर रखे जाते हैं. यह अत्यंत दुखद है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व हमारे प्रतिष्ठान को निशाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं. यहां हमारे यहां जितने भी कर्मी हैं उनमें स्थानीय, उत्तर प्रदेश और देश से भी हैं, जिनमें से 80% से अधिक हिंदू हैं तथा शेष में मुस्लिम, ईसाई एवं अन्य वर्गों के लोग हैं."
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प्रतिष्ठान में किसी को भी धार्मिक गतिविधि संचालित करने की छूट नहीं है: क्षेत्रीय निदेशक
मॉल प्रशासन ने जारी पत्र में आगे लिखा, "हमारे प्रतिष्ठान में किसी भी व्यक्ति को धार्मिक गतिविधि संचालित करने की छूट नहीं है. जिन लोगों ने सार्वजनिक स्थान पर प्रार्थना एवं नमाज पढ़ने की कुत्सित चेष्टा की उसके खिलाफ मॉल प्रबंधन ने एफ.आई.आर. करा कर उचित कार्यवाही की है. आप सभी से अपील है कि हमारे प्रतिष्ठित व्यवसायिक प्रतिष्ठान को निहित स्वार्थ में निशाना न बनाएं तथा हमें उपभोक्ताओं के हित का ध्यान रखकर शांतिपूर्वक व्यवसाय करने दें."
हनुमान चालीसा का पढ़ने का वीडियो इंटरनेट पर हुआ था वायरल
आपको बता दें कि लुलु मॉल में नमाज विवाद के बाद मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस मामले में दो युवकों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं, इससे पहले पुलिस ने हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश करने के मामले में 20 लोगों को अरेस्ट किया था. अब देखना यह है कि आगे इस पूरे लुलु मॉल विवाद में होता क्या है.
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