Noida News: सपने में श्री राम ने दिए दर्शन, भक्ति में नोएडा से अयोध्या पैदल ही चल पड़ी लड़की
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Noida News: सपने में श्री राम ने दिए दर्शन, भक्ति में नोएडा से अयोध्या पैदल ही चल पड़ी लड़की

Noida News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली 21 वर्षीय कोमल एक सफर पर निकल चुकीं है. कोमल नोएडा से अयोध्या तक का सफर दौड़ लगाकर करने वाली है. उनका कहना है कि "मेरे सपने में श्री राम ने दर्शन दिए थे और उन्होंने मुझे अयोध्या बुलाया है इसी वजह से मैं अयोध्या जा रही हूं"    

Noida News: सपने में श्री राम ने दिए दर्शन, भक्ति में नोएडा से अयोध्या पैदल ही चल पड़ी लड़की

Noida News: सपने हर कोई देखता है पर कुछ लोग ही होते है जो सपनों को साकार करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं. कुछ इसी तरह का सपना उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली 21 वर्षीय कोमल ने देखा. अपने आनोखे सपने को साकार करने के लिए अब कोमल 700 किलोमीटर के लंबे सफर पर अकेली निकल चुकीं है.  

नोएडा से अयोध्या पहुंचेंगी कोमल 
21 वर्षीय गाजियाबाद की रहने वाली कोमल गौड़ एक ऐसे सफर पर निकल गई है जीसे हर कोई पूरा नहीं कर सकता. आपको बता दे कि कोमल ने 12 जुलाई को नोएडा दौड़ शुरू की है और 23 जुलाई तक अयोध्या पहुचेंगी. कोमल  700 किलोमीटर का लंबा सफर दौड़ती हुई पूरा करने वाली है.

श्री राम ने सपने में दिए दर्शन
यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली 21 वर्षीय कोमल गौड़ जिस सफर पर निकलीं है. इस सफर से पहले उन्हें एक सपना आया था.  गुरुवार को कोमल का कानपुर राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में भव्य स्वागत हुआ. इसके दौरान उन्होंने बताया कि "श्री राम ने मुझे सपने में दर्शन दिए थे और मुझे अयोध्या बुलाया था इसीलिए मैं अब दौड़कर 700 किलोमीटर का सफर अयोध्या तक पूरा करूंगी" 

इंडिया बुक और लिंक बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में करेंगी नाम दर्ज
कोमल इस दौड़ को पूरा कर दो अनोखे रिकॉर्ड्स अपने नाम करलेंगी. कोमल के 700 मीटर की दौड़ पूरी होते ही उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हो जाएगा.

23 जुलाई को पहुंचेंगी अयोध्या
कोमल नोएडा से वृंदावन से मथुरा से आगरा और इटावा होते हुए गुरुवार को कानपुर पहुंचीं. वह यहां से लखनऊ और सीतापुर होते हुए 23 जुलाई को अयोध्या पहुंचेंगी. फिर रामलला के दर्शन करने के बाद वापस लौटेंगी. 

ग्राउन्ड तक जाना था संघर्ष 
कोमल ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी था जब ग्राउन्ड पर ट्रैनिंग पर जाने के लिए भी नहीं हुआ करते थे पैसे. घर से कोमल का ग्राउन्ड 28 किलोमीटर दूर था. रोज गाड़ी में पेट्रोल डलवाने में समस्या होती थी. पर इसका उपाय उनके कोच ने निकला और कोमल की बड़ी बहन को ट्रैनर की जॉब पर रख लिया. इसके कारण दोनों बहने ट्रैनिंग के लिए एक साथ ग्राउन्ड जाने लगी. आपको बता दे कि कोमल के पिता विनोद कुमर नगर निगम में सफाई कर्मचारी है और मां हेमलता ग्रहणी है. कोमल की बड़ी बहन शिवानी है दूसरी बहन अंजली है फिर कोमल तीसरी नंबर की बहन है. इसके बाद एक एक छोटा भाई मयंक और सबसे चोटी बहन खुशी है.

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