Hardoi News: जिला प्रशासन ने इन दिनों एक मुहिम चला रखी है "पराली दो और खाद लो". इस कार्यक्रम से जहां आग लगने के मामलों में कमी आ रही है. किसानों भी जागरूकता दिखाते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली में पराली लाद कर गौशाला पहुंच रहे हैं.
Trending Photos
आशीष द्विवेदी/हरदोई: हरदोई में इन दिनों पराली को लेकर प्रशासन से लेकर शासन द्वरा लगातार कड़े निर्देश जारी किये जा रहे हैं. ताकि किसान पराली न जलायें. जिला प्रशासन ने भी इन दिनों एक मुहिम चला रखी है "पराली दो और खाद लो". इस कार्यक्रम से जहां आग लगने के मामलों में कमी आ रही है. किसानों भी जागरूकता दिखाते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली में पराली लाद कर गौशाला पहुंच रहे हैं और वहां से गोबर की खाद को लेकर आ रहे हैं. इस कार्यक्रम के जरिये जहां एक तरफ आग लगाने की घटनाओं में कमी आ रही है वही गौशालाओ में चारे की भी व्यवस्था हो रही है.
ब्लॉक बावन के गौशाला में किसान अपने ट्रैक्टरों से पराली लेकर पहुचे हैं, और यहां पराली देकर गोबर की खाद लेकर जा रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस तरह वो पराली का सही उपयोग कर पा रहे हैं. किसान गुरुलाल सिंह कहते है कि जिला प्रशासन के प्रयास से कृषि विभाग द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम के जरिये आग कम लग रही है और प्रदूषण में भी फर्क पड़ रहा है. हम लोग पराली गौशाला तक ला रहे हैं और खाद लेकर जा रहे हैं. इससे आग लगने की घटना में काफी फर्क पड़ा है, ये एक अच्छी पहल है.
पराली दो खाद लो पर जानकारी देते हुए डीडी कृषि नंद किशोर ने बताया कि करीब एक महीने से हम किसानों के बीच जाकर उनको प्रेरित कर रहे है कि जमीन की सुरक्षा के दृष्टिकोण को देखते हुए पराली गौशाला तक पहुंचाएं और खाद लेकर जाएं. इससे किसान भाइयों को ना तो आग लगानी पड़ेगी और गोबर की खाद से पोषण होगा. उन्होंने बताया कि किसान भाई दो ट्रॉली पराली देकर, एक ट्रॉली गोबर की खाद लेकर जा रहे हैं. पिछले साल की अपेक्षा इस साल आग लगने की घटनाओं में कमी आई है. 6000 मेट्रिक टन पराली अब तक गौशाला तक पहुंच चुकी है.और पिछले साल की अपेक्षा इस साल आग की घटनाओं में काफी कमी भी दर्ज की गई है.
पराली प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन इस मुहिम पर जानकारी देते हुए जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि पराली प्रबंधन को लेकर शासन ने स्पष्ट दिशा निर्देश जारी की है.इसी क्रम में जिला प्रशासन व कृषि विभाग द्वारा किसानों की गोष्ठियां कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है अभी तक जनपद में कुछ घटनाएं घटित हुई है लेकिन बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष काफी कम रही हैं. पराली जलाने की घटनाएं ना हो सके इसको लेकर जनपद में "पराली दो खाद लो" का कार्यक्रम चलाया जा रहा है.