Grand Parents Day 2022: दादा-दादी का पोते-पोतियों से प्यार क्यों है अनूठा, जानें कब से और क्यों मनाया जाता है ग्रैंड पैरेंट्स डे
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Grand Parents Day 2022: दादा-दादी का पोते-पोतियों से प्यार क्यों है अनूठा, जानें कब से और क्यों मनाया जाता है ग्रैंड पैरेंट्स डे

Grand Parents Day 2022: आज हमारे दादा-दादी को कुछ नहीं चाहिए, बस अपने बच्चों का थोड़ा समय चाहते हैं.   इस दिन का मुख्य कार्य दादा-दादी और पोते-पोतियों के बीच के प्यार भरे बंधन का सम्मान करना और उन्हें संजोना है...बच्‍चों को अपने दादा-दादी और नाना-नानी का प्‍यार मिलना ही चाहिए...

 

Grand Parents Day 2022: दादा-दादी का पोते-पोतियों से प्यार क्यों है अनूठा, जानें कब से और क्यों मनाया जाता है ग्रैंड पैरेंट्स डे

Grand Parents Day 2022: माता-पिता अपने बच्चे के लिए हर समय नहीं रह सकते हैं और उस समय परिवार में मौजूद दादा-दादी, नाना-नानी एक बड़ी भूमिका निभाते हैं. दादा-दादी भी अपने जीवन के अनुभव के जरिए कई चीजें सिखाते हैं और अपने पोते-पोतियों को जीवन के महत्वपूर्ण सबक देते हैं. इसलिए उनको मान सम्मान देने के लिए ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया जाता है. इस साल यह दिन 11 सितंबर को पड़ रहा है. यह दिन दादा-दादी और पोते-पोतियों के बीच के बंधन का जश्न मनाता है.

हर साल पूरे विश्व में सितंबर महीने के दूसरे रविवार को ग्रैंडपेरेंट्स डे मनाया जाता है. ग्रैंड पेरेंट्स डे पर बच्चे अपने दादा दादी के प्रति अपने लगाव व प्रेम को प्रदर्शित करते हैं. मदर्स डे और फादर्स डे की तरह पूरा दिन अपने दादा-दादी को समर्पित है. इस दिन बच्चे अपने ग्रैंड पेरेंट्स  को अच्छा महसूस कराते हैं, उनके लिए कार्ड्स और गिफ्ट्स खरीदते है.

बच्चों को हर तरह से देते हैं सहारा
ये दिन दादा-दादी, नानी-नानी का दिन होता है. दादा-दादी बच्चों की लाइब्रेरी होते हैं. छोटे बच्चे अपने बड़ों से सीखते हैं उनके साथ समय बिताते हैं. ग्रेंड पैरेंट्स बच्चों के गेम सेंटर, टीचर होते हैं. वे हमारे घरों में सबसे अनुभवी होते हैं.  इसलिए जिन्दगी जीने के जितने तरीके वो आपको बताते हैं जो कोई नहीं बता सकता. दादा-दादी और नाना-नानी  का संबंध बच्चों से बहुत खास होता है.दादा-दादी दोनों लंबे समय तक जीवित रहते हैं और बच्चों को भावनात्मक रूप से फ्लेसिबिल भी बनाते हैं. बच्चों को भावनात्मक सपोर्ट देते हैं और बच्चों को संस्कार के साथ शेयरिंग करने की प्रवृत्ति भी पैदा करते हैं.

क्यों मनाया जाता है ये दिन
अमेरिका में मैरियन मैकुडे नाम की एक दादी  थीं, जिनके 43 ग्रैंड चिल्ड्रन थे. दादी चाहती थीं कि ग्रैंड पैरेंट़्स और ग्रैंड चिल्ड्रन की बीच आपसी संबंध बढ़िया होने चाहिए. सभी एक दूसरे के साथ समय बिताएं. इसके लिए उन्होंने 1970 में एक अभियान छेड़ा था. वे इस दिन को नेशनल हॉलीडे बनाना चाहती थीं, ताकि सभी बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी के साथ समय बिताएं. वो चाहती थीं कि बच्चों और बड़ों के बीच जनरेशन गैप खत्म हो जाए.  मैरियन मैकुडे ने 9 साल तक ये अभियान चलाया. जिसके अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट जिमी कार्टर ने 1979 को ग्रैंड पैरेंट्स डे घोषित किया.  सबसे पहले एज यूके नाम की एक चैरिटी ने 1990 में ग्रैंड पैरेंट्स डे मनाया.

अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है

दादा-दादी दिवस कई देशों द्वारा साल भर में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है. अमेरिका में, इस दिन को मजदूर दिवस के बाद पहले रविवार के रूप में चिह्नित किया जाता है, जो सितंबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है.  इसी तरह का त्योहार ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, हांगकांग, जापान, फिलीपींस, पोलैंड और अन्य देशों में भी वर्ष के दौरान अलग-अलग तिथियों पर मनाया जाता है. 

जबकि 1960 के दशक के उत्तरार्ध से दादा-दादी और बच्चों के बीच संबंधों के उत्सव के विचार पर चर्चा की गई है, यह केवल 1978 में था कि राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने श्रम दिवस के बाद पहले रविवार को दादा-दादी दिवस के रूप में चिह्नित करने की घोषणा पर हस्ताक्षर किए थे. अमेरिका में पहला राष्ट्रीय दादा-दादी दिवस 10 सितंबर 1978 को मनाया गया था.

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