आज गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है. सुबह से ही चित्रकूट, त्रिवेणी संगम और हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई.
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Ganga Dussehra 2022: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगीरथ की घोर तपस्या के बाद इस दिन मां गंगा ने पृथ्वी पर अवतरण लेकर भगीरथ के पूर्वजों का उद्धार किया था. इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है. आज सुबह से ही चित्रकूट, त्रिवेणी संगम और हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई.
गंगा दशहरा का शुभ मुहुर्त
दशमी तिथि नौ जून को सुबह 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 10 जून को सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर होगा.
मंदाकिनी गंगा के रामघाट पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
धार्मिक नगरी चित्रकूट को तीर्थो का तीर्थ कहा जाता है. भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में गंगा दशहरा का वही मह्त्व है, जो प्रयाग और काशी में है. गंगा दशहरा के पावन अवसर पर चित्रकूट कि पतित पावनी मन्दाकिनी गंगा में लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर गंगा दशहरा का पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं. ऐसी मन्यता है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से सारे पापो में मुक्ति मिल जाती है.
त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने उमड़ा श्रद्धालुओ का हुजूम
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम तट पर श्रद्धालु गंगा दशहरा के मौके पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. कोरोना काल के बाद यह पहला मौका है, जब कोई पाबंदी नहीं है, ऐसे में दूर दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंच रहे हैं. मान्यता है कि गंगा दशहरा में जो भी संगम में पवित्र डुबकी लगाता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और वह रोग मुक्त हो जाता है. इसके साथ-साथ गंगा दशहरा के दिन दान पुण्य करना भी शुभ माना जाता है.
हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
पतित पावनी मां गंगा के अवतरण दिवस पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. देश के कोने कोने से श्रद्धालु आज के दिन पुण्य लाभ के लिए गंगा में स्नान कर रहे हैं. मान्यता है कि ऋषि भगीरथ ने मां गंगा को धरती पर बुलाने के लिए एक हजार वर्ष तप किया था. तभी से इस विशेष दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है. हरिद्वार के हर की पैड़ी के साथ ही अन्य घाटों पर आज भोर से स्नान शुरू हो गया.
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