Saharanpur News: यूपी के सहारनपुर में देश की सेवा में सीमा पर तैनात फौजी के सगे भाइयों ने उसे मरा हुआ दिखाया दिया. जानिए पूरा मामला...
Trending Photos
नीना जैन/सहारनपुर: एक मुहावरा आपने सुना होगी, 'बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपया'. यूपी के सहारनपुर में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. देश की सेवा में सीमा पर तैनात फौजी के दो भाइयों ने अपने सगे भाई को मरा हुआ दिखाया दिया. इतना ही नहीं उन्होंने उसके हिस्से की संपत्ति भी बेच दी. इस बात का पता फौजी को तब चला, जब 30 साल की सर्विस के बाद उसके पुलिस वेरिफिकेशन का मामला सामने आया. तब पता चला कि भाइयों ने उसकी संपत्ति बेच दी है. इसके बाद पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई है. फिलहाल, वह अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
Petrol Pump: योगी सरकार ने UP में पेट्रोल पंप खोलना किया आसान, जानिए शर्तें
1990 से केंद्रीय पुलिस बल में हैं तैनात
आपको बता दें कि मामला सहारनपुर जनपद के थाना देवबंद क्षेत्र के गांव कपूरी गोविन्दपुर का है. जहां गांव निवासी रोहतास जो 1990 से केंद्रीय पुलिस बल में हैं. वह कश्मीर में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं, जिसके कारण उनका गांव कम आना-जाना होता है. उनकी पत्नी और बच्चे दिल्ली में सरकारी क्वार्टर में रह रहे हैं. जवान रोहतास का आरोप है कि उसके दो भाइयों ने उसे मुठभेड़ में मरा हुआ दिखा दिया. इसके बाद उन्होंने उसके हिस्से की पैतृक संपत्ति को भी बेच दिया. इतना ही नहीं बड़े शातिराना अंदाज में वह संपत्ति को बेचकर गांव छोड़कर चले गए. फिलहाल, वह दूसरे शहरों में रह रहे हैं.
धोखाधड़ी में परिवार के लोग शामिल
जानकारी के मुताबिक इस धोखाधड़ी में उसके परिवार के कुछ और लोग भी शामिल हैं. जिन्होंने मिलकर ये सारा षड्यंत्र रचा है. खास बात ये है कि फौजी का नाम गांव के परिवार रजिस्टर से भी कटवा दिया गया है. उसका गांव का मकान और पैतृक संपत्ति जिन लोगों को बेची गई है, उनके परिवार हैं. ऐसे में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि देश सेवा में तैनात फौजी को कैसे मरा हुआ दिखा दिया गया. क्या गांव के लेखपाल ने बिना खोजबीन के रिपोर्ट लगा दी. वहीं, मृत्यु प्रमाण पत्र और घाट पर अंतिम संस्कार की रसीद कहां से लाई गई. ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इन दस्तावेजों के बगैर संपत्ति का बेचान मुश्किल है. अगर ऐसा हुआ है, तो सवाल उठने लाजमी हैं.
Entertainment News: उर्फी जावेद ने सड़क पर सबको किया दंग, सोशल मीडिया पर जमकर किया जा रहा ट्रोल
पीड़ित ने थाने में दी तहरीर
पीड़ित जवान रोहतास की मांग है कि उन लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए. साथ ही उन्हें जिंदा घोषित किया जाए. उसे ये बात तब पता चली, जब 30 साल की सर्विस के बाद उसका पुलिस वेरिफिकेशन हुआ. जिसमें पता चला कि उसे तो, मृत ही घोषित कर दिया गया है. इस मामले में रोहतेश ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.