Dragon Fruit: बी.टेक पास युवक ने विदेश की नौकरी का ठुकराया ऑफर, अब ड्रैगन फ्रूट की खेती से कर रहा लाखों की कमाई
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Dragon Fruit: बी.टेक पास युवक ने विदेश की नौकरी का ठुकराया ऑफर, अब ड्रैगन फ्रूट की खेती से कर रहा लाखों की कमाई

Farmers News: शाहजहांपुर के बीटेक पास युवक एक नई मिसाल पेश की है. कंप्यूटर साइंस में बीटेक युवक ने विदेश की नौकरी का ऑफर ठुकरा कर ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है. 

ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Farming)

Dragon Fruit Ki Kheti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत को जमीन पर उतारने के लिए शाहजहांपुर के बीटेक पास युवक एक नई मिसाल पेश की है. कंप्यूटर साइंस में बीटेक युवक ने विदेश की नौकरी का ऑफर ठुकरा कर ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है. आलम यह है कि अंशुल नाम का युवक 35 लाख रुपये से ज्यादा की सालाना कमाई कर रहा है. ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाला युवक पीएम मोदी को अपना आदर्श मानता है. 

दरअसल जलालाबाद ब्लाक के चिलौआ गांव के रहने वाले 25 साल के अंशुल मिश्रा को 4 साल पहले विदेश में अच्छी सैलरी पर नौकरी का ऑफर मिला था, लेकिन अंशुल मिश्रा ने विदेश में ना जाकर अपने ही देश में कुछ ऐसा करने का फैसला किया. जो युवाओं के लिए रोजगार का एक बेहतरीन उदाहरण बन सके. चेन्नई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर चुके अंशुल मिश्रा ने 2018 में महाराष्ट्र के शोलापुर से 16 सौ ड्रैगन फ्रूट के पौधे खरीद कर अपनी बंजर जमीन पर लगाए थे, जिसके बाद उनकी इनकम कई गुना बढ़ गई. 

अब अंशुल मिश्रा ने 5 एकड़ जमीन पर 20 हजार पौधे लगाए हैं. ड्रैगन फ्रूट के पौधे में 1 साल में 7 बार फल लगते हैं. नागफनी प्रजाति के इस पौधे में उगने वाला ड्रैगन फ्रूट स्वादिष्ट तो होता ही है. साथ ही इसके गुणकारी लाभ भी हैं. ड्रैगन फ्रूट के पौधे की एक और खासियत है कि इस पौधे पर एक बार की लागत लगाने पर इसमें 35 साल तक लगातार फ्रूट उगते रहते हैं जिन से लगातार भारी इनकम होती है. 

ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले अंशुल मिश्रा का कहना है कि आज वह खुद तो ड्रैगन फ्रूट की खेती करते ही हैं, साथ ही बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और बिहार के किसानों को ड्रैगन फ्रूट के पौधे बेच रहे हैं, साथ ही अलग अलग किसानों इन पौधों को उगाने की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. 

अंशु मिश्रा का कहना है कि पीएम मोदी का किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन अगर ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाए तो किसान की आय दोगुनी नहीं बल्कि चार गुनी हो सकती है. अंशुल मिश्रा के पिता आदित्य मिश्रा अपने बेटे की इस मेहनत पर बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि अगर बेटा विदेश चला गया होता तो शायद इतनी इनकम नहीं होती, जितनी इनकम ड्रैगन फ्रूट से आज उनके परिवार को हो रही है. 

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