सूचना के अधिकार के तहत विकास कार्यों की जानकारी मांगना बहराइच के एक किसान (Bahraich Farmer) को महंगा पड़ गया.
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राजीव शर्मा/ बहराइच : सूचना के अधिकार के तहत विकास कार्यों की जानकारी मांगना बहराइच के एक किसान (Bahraich Farmer) को महंगा पड़ गया. किसान ने तो बस आरटीआई डालकर ग्राम प्रधान के पांच साल के विकास कार्यों का ब्योरा मांगा था, लेकिन यह बात प्रधान औऱ उसके पति को इतनी नागवार गुजरी कि उस किसान को जबरन जहर पिला दिया गया. ग्राम प्रधान के पति और उसके सहयोगियों पर ज़हर पिलाने का आरोप पीड़ित किसान ने लगाया है. पीड़ित अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
जन सूचना अधिकार अधिनियम (RTI) से जुड़ा यह मामला भारत नेपाल सीमा से सटे बहराइच जिले का है.यहां थाना नवाबगंज इलाके के रहने वाले घनश्याम ने एक आऱटीआई अर्जी डाली थी. लेकिन बदले में उसकी जान लेने का प्रयास किया गया.40 वर्षीय किसान गंभीर अवस्था में बहराइच के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है.नवाबगंज क्षेत्र के हरिहरपुर निवासी घनश्याम का आरोप है कि,उसने हरिहर पुर चौगोड़वा के ग्राम प्रधान के खिलाफ पिछले 05 सालों के विकास कार्यों की जन सूचना (RTI) मांगी थी.
इससे नाराज ग्राम प्रधान ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उसको ज़हर पिला कर जान से मारने का प्रयास किया है. पीड़ित घनश्याम ने बताया कि उसके साथ 05 लोगों ने ज़हर पिलाने का काम किया है.जिसमें एक व्यक्ति को उसने पहचाना भी है. ज़हर का शिकार हुए पीड़ित किसान घनश्याम ने बताया कि मौजूदा समय में साधना जयसवाल हरिहरपुर चौगोड़वा गाँव की ग्राम प्रधान हैं. जो दूसरी बार भी ग्राम प्रधान निर्वाचित हुई हैं.ग्राम प्रधान का सारा काम उनके पति बेचे लाल और उनके मुंशी गिरधर गोपाल श्रीवास्तव देखते हैं. गांव में हुए विकास कार्यों से सम्बंधित 09 बिंदुओं पर पीड़ित घनश्याम ने RTI मांगी थी.
इसकी रंजिश में ग्राम प्रधान ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उस समय ज़हर पिला दिया जब वो खेत गया हुआ था. गम्भीर अवस्था में बहराइच के मेडिकल कालेज में भर्ती पीड़ित घनश्याम का इलाज डॉक्टरों की टीम करने में जुटी हुई है.वहीं मेडिकल कालेज चिकित्सक डॉ मनोज चौधरी ने पीड़ित की हालत गंभीर बताई है.वहीं इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल की कार्रवाई में जुटी हुई है.अब देखना है कि जांच पड़ताल के बाद पुलिस इस गंभीर प्रकरण पर किस स्तर तक कारवाही करती है.